जहानाबाद के वाणावर पहाड़ी पर सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में भगदड़ से सात श्रद्धालुओं की मौत, दो दर्जन के अधिक घायल

जहानाबाद : बिहार में जहानाबाद जिले के मखदुमपुर में ऐतिहासिक वाणावर पहाड़ी पर सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर में भगदड़ (Stampede in Siddheshwar Nath Temple) मचने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं 30 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं। जिला प्रशासन ने घटना की जांच को लेकर कमेटी गठित कर दिया है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर शोक जताया है। राज्य सरकार ने मृतक के स्वजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजा व घायलों को 50-50 हजार मुआवजा देने की घोषणा की है।

मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है। फिलहाल, मृतकों में पांच महिलाएं एक पुरुष व एक बच्चा शामिल है। घटना रात्रि एक बजे की है। चौथी सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी।

इस बीच मंदिर परिसर की सीढ़ी पर एक फूल दुकानदार से शिवभक्त की नोकझोंक हो गई। दुकानदार ने शिवभक्त पर लाठी चला दी। दोनों एक दूसरे से उलझ गए, इसी बीच मची भगदड़ (Stampede Baba Sideshwar Nath) में यह घटना घटी है।

भगदड़ मचने पर श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान दबने से एक एक कर सात लोगों की मौत (Shravani Mela Stampede) और 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है।

सूचना पर आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को मखदुमपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने सात लोगों को मृत घोषित कर दिया। डीएम अलंकृता पांडे ने 7 लोगों की मौत और नौ लोगों के घायल होने की जानकारी दी है।

इनकी गई जान

सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। मृतकों में सुशीला देवी, पूनम देवी, निशा कुमारी, निशा देवी, राजू कुमार, प्यारे पासवान शामिल हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई घटना की सच्चाई

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की काफी अधिक भीड़ थी। भीड़ में शामिल लोग मंदिर में प्रवेश करने के लिए आपाधापी कर रहे थे।

इसी बीच, एक दुकानदार व स्थानीय कांवरिया आपस में भिड़ गए, दुकानदार ने जैसे ही कांवरिया पर लाठी चटकाई, भगदड़ मच गई। लोगों का कहना था कि यहां सुरक्षा में भी बड़ी चुक हुई है।

प्रत्येक रविवार तथा सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होती है। लेकिन सुरक्षा के नाम पर मात्र तीन पुलिसकर्मी और एनसीसी के बटालियन रहते हैं, जिस कारण भीड़ नियंत्रित नहीं हो रही थी।

घटनास्थल पर मौजूद सेवन गांव निवासी मनोज सिंह ने बताया कि किसी बात को लेकर कांवरिया और फूल वालों के बीच झगड़ा हो गया। जिसके बाद फूल वालों ने डंडा चला दिया जिससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में मेरे परिवार का भी एक सदस्य लापता है। किसी तरह मेरी जान बच गई। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं था। आधे घंटे बाद पुलिस के जवान पहुंचे तब तक बड़ी घटना घट चुकी थी। यदि घटना स्थल पर सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम होता तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।

बेहद दुखद घटना: एसडीओ

जहानाबाद के एसडीओ विकास कुमार ने कहा कि यह दुखद घटना है। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद थीं। हम स्थिति का जायजा ले रहे हैं। उधर, एसएचओ दिवाकर कुमार विश्वकर्मा का कहना है कि डीएम और एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया और वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं। कुल सात लोगों की मौत हुई है। हम परिवार के सदस्यों से मिल रहे हैं और उनसे पूछताछ कर रहे हैं।

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