मदनपुर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो) ।मदनपुर प्रखंड मदनपुर +2 अनुग्रह उच्च विद्यालय, मदनपुर के सभागार में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की जयंती के अवसर पर जनवादी लेखक संघ औरंगाबाद के तत्वावधान में ‘आज का समय और प्रेमचन्द’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष मंडल सदस्य प्रो. अलखदेव प्रसाद ‘अचल’, मो. इकबाल अख्तर दिल और का. बीरेन्द्र प्रसाद ने की। जबकि कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार शंभू शरण सत्यार्थी ने किया।
सेमिनार का विषय प्रवेश करते हुए साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद’अचल’ने कहा कि आज परिवेश भले ही बदल गया है, परन्तु बहुत कुछ परिस्थितियां उसी तरह की है। चाहे किसानों की समस्या हो या मजदूरों की, कामगारों की समस्या हो या जातिगत समस्या। कहने के लिए तो देश आजाद है,पर किसानों और मजदूरों को आज भी उसी तरह के जुल्म का शिकार होना पड़ रहा है। आज सामंतों की जगह कारपोरेटों ने ले ली है। इंजीनियर नागेन्द्र यादव ने कहा कि प्रेमचंद उनके नायक थे जिनके बारे में उस समय लिखना, बोलना एक बहुत बड़ा अपराध था, उसके विरोध में प्रेमचंद बेवाकी से लिखते रहे थे । प्रेमचंद जिस समय जिसके खिलाफ लिख रहे थे,वे तो इनके खिलाफ थे ही, जिनके लिए प्रेमचंद लिख रहे थे,वे भी नहीं जाग पा रहे थे।बीरेंद्र प्रसाद ने कहा प्रेमचन्द की अधिकांश रचनाएं आज के संदर्भ में बिल्कुल ही प्रासंगिक हैं। आज की सरकार का चरित्र अंग्रेजों से भिन्न नहीं है। इस बात को समझने की जरूरत है। आलोक कुमार ने कहा कि प्रेमचंद ने अपनी रचनाओं के माध्यम से जो भी उद्घोष किया है, उसपर अमल करने की जरूरत है।
सेमिनार को जिप सदस्य विकास कुमार, माकपा नेता महेन्द्र यादव, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक पंकज कुमार,संजय कुमार, कपिल कुमार सिंह, मुखिया संजय कुमार यादव, कौशल्या देवी, अवकाश प्राप्त शिक्षक इन्द्रदेव प्रसाद,ललन पासवान, मुखिया मुरारी प्रसाद,रामाकांत प्रसाद, वाजिब अली अंसारी सहित कई गणमान्य लोगों ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की रचनाओं को आज के संदर्भ में काफी प्रासंगिक बताया।