औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद की समाधान यात्रा पर बारूण प्रखंड के कंचनपुर आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कंचनपुर की काया कंचन कर गये।
कंचनपुर में हर गली चकाचक, हर गली में सड़क, हर गली में नल जल, हर जरूरतमंद गरीब का आवास बना दिखा। मुख्यमंत्री ने कंचनपुर ग्राम पंचायत के पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन किया। साथ ही जिले के अन्य 07 नवनिर्मित पंचायत सरकार भवनों- नबीनगर के तीन, बारुण के दो, रफीगंज के दो एवं कुटुंबा के एक पंचायत सरकार भवन का दूरस्थ उद्घाटन किया। पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कंचनपुर के पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण भी किया। इस दौरान औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने पंचायत सरकार भवन पर उपलब्ध सेवाओं के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। समाधान यात्रा के दौरान कंचनपुर में एक दर्जन सरकारी विभागों द्वारा उनके द्वारा दी जानेवाली सेवाओं एवं उत्पादों का स्टॉल लगाया गया। इन स्टॉलो में स्वास्थ्य विभाग, जीविका, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, जिला राजस्व शाखा, जिला प्रोग्राम कार्यालय (आईसीडीएस), जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, डीआरसीसी, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला कृषि कार्यालय, जिला शिक्षा कार्यालय, मत्स्य विभाग, उद्योग विभाग द्वारा प्रदर्शित स्टॉल शामिल है।
जीविका कार्यालय के स्टॉल में जीविका समूह द्वारा बनाए जाने वाले उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। वही जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान के बारे में औरंगाबाद जिले की उपलब्धि को स्टॉल में दिखाया गया। जिला मत्स्य कार्यालय द्वारा अलंकारी मत्स्य इकाई सहायता योजना के तहत कुल 05 लाभुकों को लाभ भी प्रदान किया गया। जिला राजस्व शाखा, औरंगाबाद द्वारा लगाए गए स्टॉल पर मुख्यमंत्री ने बारुण प्रखंड के 5 वासविहीन लाभुकों को भू बंदोबस्ती का पर्चा भी प्रदान किया। वही डीआरसीसी के स्टॉल में बिहारी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम के तहत संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई एवं कुल 07 लाभुकों को इन योजनाओं का लाभ भी दिया गया। आईसीडीएस द्वारा लगाए गए स्टॉल में मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के 02 लाभुकों को लाभ प्रदान किया। जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के स्टॉल में मुख्यमंत्री ने 5 लाभुकों को ई साइकिल एवं ट्राई साइकिल प्रदान किया। वही जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा स्टॉल के माध्यम से बाल हृदय योजना एवं टेलीमेडिसिन योजना के बारे में बताया गया।
जिला कृषि कार्यालय द्वारा स्टॉल के माध्यम से कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी स्टॉल पर जाकर जीविका दीदियों एवं उपस्थित लोगों से मुलाकात की। साथ ही राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभुकों से संवाद किया। साथ ही उनसे सरकार की योजनाओं से मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त की। समाधान यात्रा के 25वें दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औरंगाबाद पहुंचे। औरंगाबाद के बारुण प्रखंड के कंचनपुर पंचायत में पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन किया, वहीं वहां लगाए गए प्रदर्शनी और स्टॉल का निरीक्षण किया। स्टॉल के निरीक्षण के दौरान सीटीईटी और एसटीईटी पास अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थियों की मांग थी कि सातवें चरण की शिक्षक बहाली सुनिश्चित की जाए। इसके लिए हाथों में बैनर लेकर अभ्यर्थी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन को देखकर सिंचाई मंत्री विजय चौधरी ने अभ्यर्थियों को समझाया कि जल्द ही बहाली निकाली जायेगी। इसके बाद भी अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
मुख्यमंत्री ने अन्य फरियादियों से भी उनके फरियादों के आवेदन लिया और समाधान का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री से ग्रामीण चिकित्सको ने चिकित्सा मित्र के रूप में बहाली करने, रसोईयों ने मानदेय बढ़ाने, टोला सेवक, तालिमी मरकज स्वयंसेवको ने मानदेय बढ़ाने, आंगनबाडी सेविका-सहायिकाओं ने मानदेय बढ़ाने एवं अन्य ने भी अपनी मांगे रखी। फरियादियों की फरियाद सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्र, कंचनपुर का निरीक्षण किया। केन्द्र पर उपस्थित सीडीपीओ, सेविका एवं सहायिका से बच्चों को दी जानेवाली सुविधाओं की जानकारी ली। आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से औरंगाबाद जिला समाहरणालय आएं, जहां योजना भवन के सभागार में विभागीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।