पटना। दरभंगा स्टेशन पर हुए पार्सल बम विस्फोट मामले में एनआईए ने अब तक कुल चार आरोपी की गिरफ्तारी की है। यूपी के कैराना से गिरफ्तार दो आरोपी हाजी सलीम उर्फ टुइया कासिम और कफील को आज पटना की एनआईए कोर्ट में पेश किया जागेया और ऐसी संभावना है कि एऩआईए दोनों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से अपील करेगी। कासिम और कफील पर साजिशकर्ता का आरोप- कासिम और कफील को यूपी के कैराना से गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर साजिशकर्ता होने का आरोप है।
एनआईए कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड के लिए आवेदन देगी और रिमांड मिलने के बाद कड़ी पुछतछा करेगी। इन दोनो के हैदराबाद से गिरफ्तार इमरान मलिक और नासीर के साथ मिलाकर भी पुछताछ कर सकती है क्योकि कि सलीम पर ही नासीर मलिक को धमाके के लिए भर्ती करने का आरोप लग रहा है।गौरतलब है कि हाजी सलीम कैराना कस्बे के मोहल्ला बिस्तयान और कफील आलखुर्द मोहल्ले का रहने वाला है। एनआईए की टीम उसे लखनऊ से फ्लाइट पटना लेकर आयेगी। इमरान और नासीर को आज रिमांड पर लेगी एनआईएएनआईए की टीम बेउर जेल में बंद इमरान और नासीर को 7 दिन की रिमांड पर लेगी।
कल कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड देते हुए दोनो आरोपी को बेऊर जल भेज दिया था।रिमांड पर लेने के बाद दोनो से गहन पुछताछ होगी। इस पुछताछ के बाद जांच एजंसी को कुछ विशेष जानकारी मिल सकती है जिससे से दरभंगा स्टेशन पर हुए पार्सल बम विस्फोट की गुत्थी सुलझाने में सहूलिय़त होगी ।गौरतलब है कि एनआईए और एटीएस की टीम ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश करने से पहले भी दोनो से पुछताछ की थी।आपको बता दें 30 जून को NIA ने इमरान मलिक और नासीर को हैदराबाद से गिरफ्तार था. इसके बाद हैदराबाद से लेकर पटना आई और फिर NIA कोर्ट में दोनों को पेश किया गया था।
17 जून को दरभंगा जंक्शन पर हुआ था पार्सल विस्फोट17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर कपड़े के एक पार्सल के बंडल में विस्फोट हुआ था. यह पार्सल सिकंदराबाद- दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन से या था और सूफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक किया गया था. पार्सल पर लिखा नाम पता और मोबाइल नंबर छानबीन में गलत पाया गया था। विस्फोट के बाद इसकी जांच जीआरपी और जिला पुलिस के साथ ही बिहार एटीएस ने शुरू की थी।
तेलंगाना एटीएस और यूपी एटीएस भी जांच में सहयोग कर रही थी। बाद में सकी एनआईए जांच की मांग स्थानीय भाजपा विधायक द्वारा किया गया था।घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने इसकी जांच एनआईए को सौंपी थी जिसके बाद एऩआईए जांच को आगे बढाते हुए अभी तक चार संदिग्ध को गिरफ्तार करने मे सपलता पायी है और ऐसी उम्मीद है कि चारों से पुछताछ के बाद साजिशकर्ता समेत पूरे मामले का खुलासा जल्द हो पायेगा।