राजद सुप्रीमो की करीबी व पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह को राजद कार्यकर्ताओं ने हीं दिखाया काला झंडा, जानिए क्या है मामला

औरंगाबाद (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की करीबी व पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह को गुरुवार को औरंगाबाद में अपने हीं राजद के नेताओं व कार्यकर्ताओं के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। कांति सिंह को राजद नेताओं ने दाउदनगर में काला झंडा दिखाकर विरोध किया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांति सिंह जबतक कुछ समझतीं तबतक भीड़ लग गई । कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखते हुए पुलिस तक को बुलाना पड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव में ओबरा व गोह विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने का मामला कार्यकर्ता उठा रहे थे। जब से क्षेत्र से बाहर रहने वाले प्रत्याशियों के द्वारा दौरा शुरू किया गया। उसी समय से कार्यकर्ता ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह को औरंगाबाद में राजद कार्यकर्ताओं ने दिखाया काला झंडा
NH-139 पर पूर्व केंद्रीय मंत्री को काला झंडा दिखाते राजद कार्यकर्ता।

गुरुवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री के क्षेत्र भ्रमण के दौरान राजद समर्थकों के एक गुट ने एन. एच.139 औरंगाबाद- पटना मुख्य पथ को जाम कर दिया। राजद नेत्री को काला झंडा दिखाकर लगभग एक घंटे तक गो बैक के नारे लगाए। जिससे अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। विरोध जताते हुए राजद कार्यकर्ता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री के साथ शामिल समर्थकों के बीच नोक- झोंक भी होने लगी। जिसके बाद मौके पर कलेर थाना की पुलिस ने पहुंचकर समर्थकों को हटवाया। इस दौरान भीड़ को हटाने के लिए पुलिस के द्वारा लाठी भी चटकाई गई। राजद समर्थकों ने आरोप है कि कलेर पुलिस द्वारा लाठी भी चलायी गयी, जिससे समर्थकों को चोटें लगी है। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया। समर्थकों के सड़क से हटने के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री का काफिला आगे बढ़ा।

इसबीच पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. कांति सिंह ने कहा कि ये हमारे लोग हैं। हमारे बीच के ही हैं, भले ही इन लोगों ने आज काला झंडा दिखाया है, लेकिन मुझे प्यार और सम्मान भी दिया है। उन्होंने लाठीचार्ज करवाने के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि प्रशासन ने आकर लाठी चलाया है। उन्होंने तो मना किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी किसी का टिकट फाइनल नहीं हुआ है। सारे लोग हमारे हैं और हम लोग इनके साथ हैं। इन लोगों की जो मांग है, वह पार्टी नेतृत्व तक पहुंचा दी जाएगी।