पटना (गणेश प्रसाद)। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा-2.0 के तहत औरंगाबाद से शुरु हुए बिहार फेज-2 में राज्य के दो चर्चित युवा नेताओं की दूरियां मिट गई। शुरुआत में तो कांग्रेस के बिहार के युवा नेता अकेले रहे लेकिन जैसे ही यात्रा रोहतास पहुंची, वैसे ही दूसरे दल के युवा नेता साथ हो गए।
एक गठबंधन में रहते हुए एक साथ मंच शेयर करने से अबतक बचते रहे दोनों युवा नेताओं ने मंच शेयरिंग भी की। इतना ही नही बिहार के आरजेडी के चर्चित जिस युवा नेता ने सासाराम में राहुल के लिए ड्राइविंग सीट संभाली, उस वाहन में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के बिहार के वह चर्चित नेता भी साथ रहे।
कांग्रेस वाले युवा नेता के खिलाफ पहले उम्मीदवार भी दे चुके है दूसरे युवा नेता
बात 2019 के लोकसभा चुनाव की है। उस वक्त आज के कांग्रेस वाले बिहार के चर्चित युवा नेता सीपीआई में थे। उस वक्त सीपीआई की आरजेडी के साथ सीटों को गठबंधन की बात चली थी, पर बात बनते-बनते बिगड़ गई थी। सीपीआई ने अपने युवा नेता को बेगूसराय से उम्मीदवार बनाया था।
वामपंथी विचारधारा होने के नाते अन्य वाम दलों ने इस युवा नेता के खिलाफ उम्मीदवार नही दिया था। उस वक्त युवा नेता वहां के बीजेपी उम्मीदवार को तगड़ी चुनौती दे रहे थे। यह सीट देशभर में चर्चित हॉट सीट बनी हुई थी। लिहाजा सीपीआई की यह कोशिश थी कि गठबंधन नहीं होने के बावजूद उनके युवा नेता के खिलाफ अन्य विपक्षी दल उम्मीदवार न दे। इसके बावजूद खिलाफ में आरजेडी ने उम्मीदवार दे डाला था। हालांकि सीपीआई नेता चुनाव हार गए थे लेकिन इस चुनाव से वह बिहार की राजनीति में युवा नेता के रूप में स्थापित हो गए।
सीपीआई से कांग्रेस में आ गए युवा नेता
बाद में सीपीआई वाले युवा नेता कांग्रेस में आ गए। कांग्रेस ने उन्हे हाथोहाथ लिया और कांग्रेस में वें बिहार के युवा नेता के रूप में स्थापित हो गए। कांग्रेस में आने के बाद यह युवा नेता भी बिहार के महागठबंधन के हिस्सा हो गए लेकिन दोनों ही नेता एक साथ मंच शेयरिंग से परहेज करते रहे।
पहली बार तेजस्वी व कन्हैया ने एक साथ किया मंच शेयर
बिहार के दोनों चर्चित युवाओं ने इस बार एक साथ मंच शेयर किया है। यह अवसर तब आया जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा-2.0 की बिहार फेज-2 यात्रा औरंगाबाद से होकर सासाराम पहुंची। वही बिहार के चर्चित युवा नेता उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी यात्रा में शामिल होने सासाराम पहुंचे, जहां तेजस्वी ने राहुल गांधी के लिए ड्राइविंग सीट संभाली। उस वाहन में राहुल गांधी के साथ बिहार वाले कांग्रेसी युवा नेता कन्हैया भी सवार हुए। यही से बात आगे बढ़ी और कैमूर के मोहनियां में आयोजित राहुल गांधी के संवाद में तेजस्वी और कन्हैया दोनों ने ही एक साथ मंच शेयरिंग की, जिससे वें अबतक बचते रहे थे। अब मंच शेयरिंग के बाद दोनों नेताओं की आगे जोड़ी बनेगी या नही और यदि बनी तो बिहार की राजनीति में दोनों मिलकर क्या गुल खिलाएंगे, यह तो भविष्य के गर्भ में ठहरा।