औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के नबीनगर में स्थापित एनटीपीसी लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाले नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एनएसटीपीएस) परियोजना के विस्तारीकरण के तहत यहां स्थापित की जाने वाली 800-800 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली तीन नई इकाईयों की पर्यावरणीय मंजूरी को लेकर बुधवार को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा परियोजना प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों के बीच लोक सुनवाई आयोजित की गई।
लोक सुनवाई में प्रदूषण और पर्यावरण संबंधी बिंदुओं पर ग्रामीणों की राय जानी गई। इस दौरान क्षेत्रीय ग्रामीणों ने इस परियोजना से प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए सभी उपाय करने पर जोर दिया। लोक सुनवाई की अध्यक्षता करते हुए औरंगाबाद के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन के स्टेज-2 का विस्तार हो जाने के बाद इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 4380 मेगावाट हो जाएगी और यह देश की दूसरी सबसे बड़ी बिजली परियोजना होगी। इस परियोजना से न केवल औरंगाबाद जिले को बल्कि पूरे बिहार को विशेष लाभ पहुंचेगा और बिहार बिजली के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर हो जाएगा। कहा कि यह प्लांट नबीनगर का नाम देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में रोशन करना वाला है। बिहार में बिजली आपूर्ति में इस प्लांट का अहम योगदान है।
वही कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदन कुमार सामंता ने परियोजना के विस्तारीकरण के पहलुओं की चर्चा करते हुए कहा कि इस थर्मल पावर प्रोजेक्ट में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक उपकरण लगाए जाएंगे और यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगा। गौरतलब है कि इस पर्यावरणीय लोक सुनवाई का उद्देश्य एनटीपीसी, नबीनगर में प्रस्तावित तीन नई इकाईयों के निर्माण हेतु आम जनों का अनापत्ति प्राप्त करना था। कार्यक्रम में परियोजना प्रभावित एवं निकटतम गांवों के जनप्रतिनिधि समेत 1000 से भी ज़्यादा जन मानस ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में प्रस्तावित 800-800 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन नई विद्युत उत्पादन इकाइयों पर विस्तार से चर्चा कर आम जन मानस की राय सुनी गई।
उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी, नबीनगर में पहले से ही 660-660 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन इकाईयों द्वारा कुल 1980 मेगावाट बिजली का सफल उत्पादन किया जा रहा है। परियोजना के स्टेज-2 के तहत इस पावर प्लांट में 800-800 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन नई विद्युत उत्पादन इकाईयों का निर्माण होगा जिससे एनटीपीसी, नबीनगर की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 4380 मेगावाट हो जाएगी। स्टेज-2 के सफल निर्माण के बाद यह पावर प्लांट उत्पादन क्षमता के हिसाब से देश का दूसरा सबसे बड़ा पावर प्लांट बन जाएगा। लोक सुनवाई कार्यक्रम में अधिकारियों द्वारा ग्रामीण जन मानस एवं जन प्रतिनिधियों के सारे प्रश्नो का जवाब विस्तार से दिया गया और उनको आने वाले नई इकाईयों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में औरंगाबाद के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मनोरंजन सिंह, एनटीपीसी, नबीनगर के परियोजना प्रमुख चंदन कुमार सामंता समेत जिला एवं एनटीपीसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।