बुद्ध की तपोभूमि को एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय दे गए प्रो हरिश्चन्द्र सिंह राठौर

विदाई समारोह में वियोग, विछोह रस से भरे कार्यक्रम में अपने अंदाज में सबको हंसाते हुए दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिश्चन्द्र सिंह राठौर ने अपनी कर्मभूमि को प्रमाण किया और विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया। प्रो. राठौर ने विश्वविद्यालय के नवनियुक्त माननीय कुलपति के एन सिंह का स्वागत कर उन्हें विश्वविद्यालय की वस्तुस्थिति से अवगत कराया और उन्हें उनके नए दायित्व की बधाई दी।

प्रो राठौर के कार्यकाल को विश्वविद्यालय हमेशा याद रखेगा क्योंकि उन्होंने न सिर्फ भवनों का निर्माण कराया बल्कि प्रशासन, अकादमिक एवं छात्रों की सुविधा के लिए एक संरचना का निर्माण किया। नियम कानून को दुरुस्त किये जिससे एक सिस्टम का उद्भव हुआ और चीजें सुचारू रूप से चलने लगीं। शोध का स्तर, शिक्षण का स्तर, सीबीसीएस, लाइब्रेरी इत्यादि कई अकादमिक जरूरत की चीजें जुटाने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए कई निर्णय लिए। विश्वविद्यालय परिवार की तरफ से कर्मयोगी, दिलों पर राज करने वाले कुलपति आदरणीय प्रो हरिश्चन्द्र सिंह राठौर को प्रणाम।

प्रो राठौर के विदाई के अवसर पर उनकी कर्मभूमि को एक फ्रेम में समेट कर स्मृति चिन्ह आप सब से साझा कर रहा हूँ। आशा है आप सबको पसंद आएगी।

(प्रो. आतिश परासर, डीन, दक्षिण बिहारी केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया के फेसबुक वॉल से।)

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