- एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में 150 सीटों पर होगा नामांकन, 2022 से काम करने लगेगा 450 बेड का अस्पताल
औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। उचित स्थान पर भूमि उपलब्धता का पेंच फंसने से औरंगाबाद में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोले जाने की योजना के अधर में लटके होने के बीच यहां के पूर्व विधान पार्षद राजन कुमार सिंह ने एक बड़ी और शानदार पहल की है। श्री सिंह ने खुद ही निजी मेडिकल कॉलेज खोलने का बड़ा फैसला लिया है। फैसले को मुकाम तक पहुंचाने के लिए उन्होने मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए आवश्यक 21 एकड़ भूमि का भी प्रबंध कर लिया। यह भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-139 पर औरंगाबाद शहर से मात्र 6 किमी. की दूरी पर देव प्रखंड के भरकुर में पहाड़ी वादियों में अवस्थित है।
इस भूमि पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए श्री सिंह ने शुक्रवार को शुभ मुहुर्त में सादगी के साथ बगैर किसी ताम झाम के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अपनी पत्नी देव की पूर्व प्रमुख ममता सिंह के साथ भूमिपूजन का कार्य संपन्न किया है। भूमिपूजन के बाद पूर्व विधान पार्षद ने खास बातचीत में कहा कि छात्र जीवन में ही मेरा सपना विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना था। किसी कारणवश अमेरिका जाने के लिए वीजा नही मिल सका। इसके बाद पढ़ाई पूरी कर सामाजिक-राजनीतिक जीवन में आ गया। राजनीतिक जीवन में विधान पार्षद बनने के बाद उनका सपना फिर से हिलोरे मारने लगा लेकिन उसमें थोड़ा बदलाव आ गया। बदलाव यह आया कि छात्र जीवन में जहां सपना विदेश से पढ़ाई कर डॉक्टर बनने की थी, वही राजनीतिक जीवन में आने पर बदलाव यह हुआ कि अब मेडिकल कॉलेज खोलना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट बन गया। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्हे कोरोना काल ने बेहद उद्वेलित किया।
कोविड-19 के प्रकोप के दौरान लोगो को अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे थे। सही तरीके से इलाज भी नहीं हो पा रहा था। यह सब देखकर उनका दिल हाहाकार कर उठा। इस स्थिति में उन्होने मेडिकल कॉलेज खोलने के ड्रीम प्रोजेक्ट को जल्दी से धरातल पर उतारने का निश्चय किया। इसी निश्चय को पूरा करने के लिए उन्होने भूमि पूजन का कार्य पूरा कर ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। उन्होने बताया कि कार्यस्थल पर भूमि के समतलीकरण का कार्य आरंभ होने जा रहा है और एक से डेढ़ माह के अंदर भवनों के निर्माण कार्य भी आरंभ हो जाएगा। पूर्व विधान पार्षद ने बताया कि उनकी योजना 2022 में अति आधुनिक यंत्रो और सुविधाओं से सुसज्जित 450 बेड का मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल शुरू कर देने की है।
साथ ही 2023 से एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 150 छात्र-छात्राओं का नामांकन हर हाल में सुनिश्चित करना है। उन्होने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में औरंगाबाद जिले के निवासियों को सभी प्रकार के इलाज में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। साथ ही मेडिकल कॉलेज में नामांकन लेनेवाले औरंगाबाद जिले के छात्रों को भी शुल्क में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मेडिकल कॉलेज में प्रत्यक्ष रूप से करीब एक हजार लोगों को रोजगार मिलेगा जबकि अप्रत्यक्ष रूप से करीब पांच हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। श्री सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सफल संचालन के लिए एक संस्था गठित की गई है, जिसके वे अध्यक्ष है। इसी संस्था के तहत मेडिकल कॉलेज संचालित होगा और संस्था द्वारा ही कॉलेज की सारी वैधिक जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
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