घटना के बाद भी विभाग नहीं ले रहा संज्ञान, विद्युत पोल गाड़ने में बरती गई है अनियमितता
डेहरी(रोहतास)(जी. पुष्पा)। डेहरी में शहर से लेकर गांव तक सुचारू रूप से घर-घर बिजली पहुंचाने के राज्य सरकार के दावों की पोल खुल रही है। नियमों को ताक पर रखकर लगाए गए विद्युत पोल हादसों का गवाह बनते जा रहे है। यह सब विद्युत लगाने वाली कंपनी की कारगुजारियों के वजह से हो रहा है। हद तो यह है कि शिकायतों के बावजूद विभागीय अधिकारी कंपनी पर यह कह कर कार्रवाई करने से पीछे हट रहे हैं कि पोल लगाने वाली कंपनी पर कोई भी कार्रवाई मुख्यालय के स्तर से ही हो सकता है।
गौरतलब है कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक विद्युत पोल लगाने की जिम्मेवारी एक निजी इलेक्ट्रिकल कंपनी को मिली हुई है। यदि केवल डेहरी शहर की बात करें तो करीब 1 हजार से अधिक विद्युत पोल लगाए गए हैं। जब कंपनी द्वारा शहर में विद्युत पोल लगाया जा रहा था। उसी दौरान कई लोगों ने उसकी गुणवत्ता को लेकर शिकायत की थी। तब विद्युत विभाग के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लेने की बात कही थी। किंतु विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कंपनी द्वारा जैसे-तैसे विद्युत पोल लगा दिए गए हैं। स्थिति यह है कि अभी विद्युत पोल आम लोगों के लिए हादसों का सबब बन रहा हैं। एक माह पूर्व जक्की बिगहा कैनाल रोड में दुर्गा मंदिर के पास अचानक विद्युत पोल हवा के झोंके के साथ धराशाई हो गया था, जिससे एक महिला की मौत हो गई थी। लोगों ने इसे लेकर जमकर हंगामा भी किया था।
तब विधायक समेत विद्युत विभाग के अधिकारियों ने गड़बड़ तरीके से लगे विद्युत पोल को दुरुस्त कराने तथा कार्रवाई करने की बात कही थी। किंतु विभाग द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। स्थिति यह है कि कभी भी विद्युत पोल गिरने से कोई भी हादसा हो सकता है। अब भी कई ऐसे गाड़े गए नए विद्युत पोल है, जो झुके हुए हैं। ऐसे विद्युत पोल कब गिर जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। विभागीय के कार्यपालक अभियंता सोमनाथ पासवान ने बताया कि विद्युत पोल लगाने की जिम्मेवारी इलेक्ट्रिकल कंपनी को दी गई है। लगे हुए विद्युत पोल की शिकायत मिल रही है। कारवाई के लिए संबंधित कंपनी को पत्र लिखा जा रहा है।