औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के अधिवक्ता समुदाय में चुनावी चर्चा चरम पर है। न्यायालय के वादों की सुनवाई से अधिक वे जिला विधिक संघ के विभिन्न पदों के उम्मीदवारों की चर्चा कर रहे है।
बढ़ते ठंड में भी सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक व्यवहार न्यायालय परिसर में काफी गहमागहमी रह रही है। सभी अभ्यर्थीगण मतदाताओं को अपने अपने पक्ष में रिझाने में लगे हैं। अध्यक्ष के एकल पद के लिए चार उम्मीदवार मैदान में हैं जो मतदाताओं से प्रतिदिन सम्पर्क बनाए हुए हैं। वही महासचिव के एकल पद पर सात उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। उपाध्यक्ष पद के पांच अभ्यर्थी अधिवक्ताओं में से तीन को चुना जाना है। कोषाध्यक्ष और निगरानी के एकल पद पर चार-चार अभ्यर्थियों में कौन विजेता बनेगा, यह तो 23 दिसम्बर को मतदान से ही पता चलेगा। वही संयुक्त सचिव के तीन सदस्यीय पद पर दस अभ्यर्थी अधिवक्ताओं ने नामांकन कर रखा है और किसी एक ने भी नाम वापस नहीं लिया है। ये सभी मैदान में डटे हुए हैं। सहायक सचिव के तीन पदों पर सात उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की है। पुस्तकालय अध्यक्ष के एकल पद पर दो उम्मीदवार हैं जिसमें एक महिला अधिवक्ता उम्मीदवार हैं।
कार्यसमिति सदस्य की सात सदस्यीय टीम के लिए आठ उम्मीदवारों ने अपने पक्ष में अधिक से अधिक मतदान के लिए मतदाताओं में ज़ोर शोर से प्रचार कर रहे हैं। अधिकांश अभ्यर्थी अधिवक्ता अपनी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहे हैं। अभ्यर्थी अधिवक्ता सभी मतदाताओं से मिलकर, पम्पलेट बांट कर, घर जाकर अपने-अपने पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं। अधिवक्तागण अपने प्रचार में सोशल मीडिया का भी खुब उपयोग कर रहे हैं। व्हाट्सएप, व्हाट्सएप गुप्र, फेसबुक के माध्यम से चुनाव प्रचार खुब हो रहा है। 23 दिसम्बर को मतदान ओर 25 दिसंबर को गिनती पर सबकी नजर रहेगी।