भूमि विवादों में लगातार हो रही हत्या की घटनाओं पर अंकुश लगाए पुलिस, अन्यथा आंदोलन : प्रमोद सिंह

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव में रफीगंज से प्रत्याशी रहे कद्दावर सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता प्रमोद सिंह ने औरंगाबाद जिले में आये दिन जमीनी विवाद में गोलीबारी और हत्या की घटनाओं पर गहरी नाराजगी जताई है।

श्री सिंह ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि जिले में आपराधिक घटनाओं का लगातार बढ़ना चिंताजनक है। कहा कि कुछ दिन पहले रफीगंज के पोगर में रात में दहशत फैलाने के लिए असामाजिक तत्त्वों द्वारा गोलीबारी की गई थी । इसके बाद ओबरा में जमीनी विवाद में किसान को गोली मार दी गई और सोमवार को फिर औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मुंशी बिगहा में एक किसान की हत्या कर दी गयी। अपराधी बेखौफ होकर रोज हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे है, जो जिले के चिंतनीय और काफी निंदनीय है। कहा किबिहार में मुख्यमंत्री से लेकर थाना स्तर तक जनता दरबार का आयोजन किया जा रहा है। इसके बावजूद जमीन विवादों को लेकर हो रही हत्या की घटनाएं साफ कह रही है कि जनता दरबारों में मामलों का सही समाधान नही हो रहा है। तभी इस तरह की घटनाएं लगातार घटित हो रही है।

उन्होने आरोप लगाया कि जनता दरबार के नाम पर मुख्यमंत्री से लेकर थानाध्यक्ष और अंचल अधिकारी फोटो खिंचवाकर सिर्फ कोरम पूरा कर रहे है लेकिन जमीनी विवाद सुलझ नही बल्कि और उलझ रहा है। अगर पुलिस और अंचलाधिकारी सही तरीके से काम करें तो जमीनी विवाद सुलझ जाएगा लेकिन बिहार में ऐसा नहीं हो रहा है। हर जगह भ्रष्टाचार हो रहा है। वे मांग करते है कि जिलाधिकारी ऐसे मामलों को संज्ञान लेकर सही तरीके से निष्पादन कराएं। अगर पुलिस किसी को सख्ती से सही आदेश दे तो किसी की क्या हिम्मत है कि जमीन को लेकर विवाद करे। जिला प्रसाशन को इस विषय मे गंभीर होने की जरूरत है लेकिन सुशासन की सरकार में सब कुछ कागज पर हो रहा है और जमीन पर सिर्फ मारपीट और हत्या जैसी घटनाएं हो रही है। कहा कि औरंगाबाद जिले में सख्ती बरतते हुए शासन-प्रशासन इस तरह की घटनाओं को नियंत्रित नही करता है, तो वे इसे लेकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।