औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को उतराखंड के केदारनाथ धाम में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण के साथ ही शंकराचार्य से जुड़े देशभर के धार्मिक स्थलों के वर्चुअल अवलोकन और विकास योजनाओं के शिलान्यास के क्रम में उन्होने जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड के धराउत का भी जायजा लिया।
वर्चुअल कार्यक्रम में धराउत जाकर औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री बनने के बाद पांचवी बार की केदारनाथ धाम की यात्रा में उन्होने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वहा पर आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। केदारनाथ में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। यह प्रतिमा 13 फुट ऊंची और 35 टन वजनी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश अपने पुनर्निर्माण के लिए नए संकल्प ले रहा है।
इस कड़ी में हम आदिगुरु शंकराचार्य को एक नई प्रेरणा के तौर पर देख सकते हैं क्योंकि देश अपने लिए बड़े लक्ष्य तैयार कर रहा है। हमने इसकी समय सीमा भी तैयार की, तो लोग इस पर सवाल उठाते हैं कि यह जो तय किया है, यह हो भी पाएगा कि नहीं। तब मेरे मुंह से यही निकलता है कि समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है। वर्चुअल कार्यक्रम में जहानाबाद के भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा, विधान पार्षद प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, पूर्व विधान पार्षद राधा मोहन शर्मा, अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य योगेन्द्र पासवान, भाजपा के औरंगाबाद जिला महामंत्री मुकेश सिंह, भाजपा नेता रविन्द्र शर्मा, समाजसेवी बलराम सिंह एवं मंडल के अध्यक्ष तथा पार्टी पदाधिकारी गण सहित ग्रामवासी शामिल हुए।