World Environment Day पर NSTPS में चला Plantation Drive, CGM के नेतृत्व में प्लांट परिसर में लगाए गए 500 पौधें

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। विश्व पर्यावरण दिवस पर नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन(एनएसटीपीएस) में सोमवार को प्लांटेशन ड्राइव चलाया गया। इस दौरान एनएसटीपीएस के मुख्य महाप्रबंधक बीवीएन राव के नेतृत्व में प्लांट परिसर में वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों, एनएसटीपीएस के बालिका सशक्तिकरण अभिथान(जीईएम) में शामिल छोटी-छोटी बच्चियों ने 500 से अधिक पौधें लगाएं।

कार्यक्रम में शामिल सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाया। इस दौरान एनएसटीपीएस के अस्पताल और मंदिर परिसर के आसपास पौधे लगाए गए। इस मौके पर एनएसटीपीएस के मख्य महाप्रबंधक ने कहा कि हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने और इसके संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का विशेष महत्व है।

कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने विश्व पर्यावरण दिवस को मनाए जाने फैसला वर्ष 1972 में महासभा में लिया था। इसके बाद पहली बार वर्ष 1973 में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक विशेष थीम की घोषणा की जाती है। पिछले साल यानी वर्ष 2022 में विश्व पर्यावरण दिवस का थीम ‘ओनली वन अर्थ यानी अर्थात् ‘केवल एक पृथ्वी’ रखी गई थी। इस साल का थीम ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ यानी प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान रखा गया है। यह थीम प्लास्टिक कचरे के निपटारे का समाधान खोजने पर जोर देता है। इसका उद्देश्य प्रकृति को प्लास्‍टिक मुक्त बनाना और पर्यावरण को बचाना है।

उन्होने कहा कि बदलते समय में प्लास्टिक के सामानों, थैलियों का उपयोग बहुत ज्यादा हो रहा है। यही वजह है कि प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए ही इस बार की थीम रखी गई है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा साझा की गई विज्ञप्ति के मुताबिक हर साल पूरी दुनियां में 400 मिलिटन टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है। इसमें आधे का इस्तेमाल सिर्फ एक ही बार हो पाता है, जबकि सिर्फ 10 फीसदी की ही रिसाइकिलिंग हो पाती है। एक अनुमान के मुताबिक 19 से 23 मिलियन टन प्लास्टिक कचरे को हर साल तालाबों, नदियों और समुद्र में डाल दिया जाता है, जो कि 2,200 एफिल टॉवर के वजन के बराबर है।

पर्यावरण दिवस 2023 पर हम सब मिलकर यह संकल्प ले कि हम प्लास्टिक कचरे के समाधान की दिशा में पहल करेंगे। रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक का इस्तेमाल नही करते हुए विकल्प के रूप में कागज और कपड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल करेंगे।