पिरवां मुखिया ने दी खुद पर लगे घोटाले के आरोप पर सफाई, कहा-आरोप निराधार, जांच को तैयार

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व मदनपुर के पिरवां पंचायत के मुखिया सिद्धनाथ मिश्रा ने सोनारचक के समाजसेवी प्रमोद कुमार द्वारा विकास योजनाओं खासकर में चौदहवीं वित्त योजना में 65 लाख 40 हजार 416 रूपये का घोटाला करने के खुद पर लगाये गये आरोपो को पूरी तरह झूठा, मनगढ़ंत और बेबुनियाद करार दिया है।

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उन्होने कहा कि अधिकारियों पर कथित घोटालें को छुपाने का भी लगाया गया आरोप पंचायत चुनाव लड़ने के इरादे को परवान चढ़ाने और मेरी साफ-सुथरी राजनीतिक छवि को धुमिल करने के लिए महज पाॅलीटिकल स्टंट मात्र है। पंचायत की सारी योजनाओं की डीएम-डीडीसी और अन्य अधिकारियों द्वारा की गई है। जांच में कही भी किसी तरह की गड़बड़ी या घोटाला का आरोप साबित नही हुआ है। कहा कि इसकी शिकायत उन्होने डीएम से की है लेकिन अब तक कोई संज्ञान नही लिया गया है और न ही जांच कराई गयी है। घोटाले की जांच नही होने पर डीएम ऑफिस के सामने आत्मदाह करेंगे। कहा कि चौदहवीं वित्त योजना में 65 लाख 40 हजार 416 रूपये का घोटाला का आरोप लगाया गया है जबकि इस योजना में पंचायत को 26 लाख 42 हजार का ही आबंटन प्राप्त हुआ है। ऐसे में घोटाला का आरोप तथ्यों से बिल्कुल परे है।

उन्होने कहा कि वें लम्बे समय से सामाजिक-राजनीतिक जीवन में होने के साथ ही पेशे से अधिवक्ता और 2001 से मुखिया है। इस दौरान उनका राजनीतिक कैरियर पूरी तरह बेदाग रहा है। कहा कि पंचायत चुनाव निकट है और लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार हैै। मेरे विरोध में कोई भी चुनाव लड़ने को स्वतंत्र है लेकिन चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले कथित समाजसेवी को मुझ पर कीचड़ उछालने के बजाय अपने कार्यों और छवि के आधार पर जनता के बीच जाना चाहिए। इस मामलें में मेरे स्पष्टीकरण के बावजूद यदि कथित समाजसेवी मुझ पर राजनीतिक कीचड़ उछालने और मेरी साफ छवि को बदनाम करने से बाज नही आयेंगे तो मेरे पास उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने का विकल्प है और कानून मुझे इस विकल्प का इस्तेमाल करने की इजाजत देता हूं। यदि चेतावनी के बाद भी कथित समाजसेवी अपनी आदत से बाज नही आये तो मैं इस विकल्प का इस्तेमाल कर सकता हूं। रही बात कथित समाजसेवी द्वारा डीएम ऑफिस के सामने आत्मदाह करने की धमकी का तो, उन्हे ऐसा करने से रोकना शासन-प्रशासन का काम है। मेरी उनसे विनम्र अपील है कि चुनाव मैदान में आना है तो सलीके से आये और बाकी जनता मालिक है।