पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने कहा है कि बिहार की जनता इस बार राज्य में सत्ता परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है । जनता भाजपा जदयू के कुशासन से बिल्कुल त्रस्त है और परिवर्तन चाहती है । खास बात है कि जनता ने महागठबंधन और वामदलों पर अपना विश्वास जताया है।
डी राजा ने ये बातें गुरुवार को आईएमए हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि जनता 15 साल के कुशासन से बिल्कुल उब चुकी है और सरकार को बदलना चाहती है। सरकार सभी मुद्दों पर फेल है। सरकार ने 15 साल के शासन में कोई भी ऐसा उल्लेखनीय कार्य नहीं किया है। बिहार अब इस परिस्थिति से अपने को उबारना चाहता है और नया विकल्प देना चाहता है। महागठबंधन और वामदल जनता की पहली पसंद बन चुके हैं और वे विश्वसनीय विकल्प भी दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अपने चुनावी रैलियों में केवल जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं । वे अपनी उपलब्धि बताने के बजाय जनता को ही धोखे में रख रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी समेत सारे वामदल और महागठबंधन में शामिल दल बिहार को उबारने के लिए संयुक्त रुप से संघर्ष कर रहे हैं । हम जनता के साथ हैं। पहले चरण के मतदान से स्पष्ट हो गया है कि जनता महागठबंधन के साथ है। हमें हर चरण में जनता का साथ मिलेगा और बिहार जल्द ही परिवर्तन का साक्षी होगा ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी सभाओं का कोई असर नहीं हो रहा है। उनके कार्यकलापों को जनता जान गई है। वर्तमान मोदी सरकार जनता के साथ धोखा कर रही है। यह सरकार सभी मुद्दों पर विफल साबित हुई है । दूसरी ओर महागठबंधन बिल्कुल एकजुट है। बिहार का चुनाव हर मायने में काफी महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है। बंगाल, असम, पांडिचेरी, केरल आदि राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। उन सभी पर बिहार के चुनाव का असर पड़ेगा । दरअसल बिहार के चुनाव परिणाम का असर भारतीय राजनीति पर भी पड़ेगा ।
भारतीय राजनीति को बदलने में यहां का परिणाम सक्षम साबित होगा । बेरोजगारी, महंगाई आदि कई मुद्दे पर जनता नाराज है और एनडीए का हारना तय है। प्रवासी मजदूरों के मामले में भी यह सरकार बिल्कुल विफल रही है।
केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में वाम दल शुरू से संघर्षरत रहे हैं । उन्होंने जनता से अपील की कि वे महागठबंधन को पूर्ण बहुमत के साथ विजयी बनावें। लोकतंत्र को बचाने और कुशासन को हटाने के लिए यहां महागठबंधन की सरकार बनाना अत्यावश्यक है । प्रेस वार्ता में माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा माले की कविता कृष्णन उपस्थित थी।