औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र के संचालन का विधिवत शुभारंभ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार, सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. कुमार मनोज द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि चिकित्सकीय जटिलता वाले अति गंभीर कुपोषित बच्चों के संस्थागत उपचार एवं पोषण प्रबंधन हेतु सरकार द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र का संचालन कराया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की व्यापकता एवं मृत्यु दर को कम करता करना है। पोषण पुनर्वास केंद्र पर भर्ती कुपोषित बच्चे एवं उनके माता को साथ रखकर स्वास्थ्य पोषण स्वच्छता एवं हाथ होने की विधि के संबंध में प्रशिक्षित किया जाना इस कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियां हैं। संस्थान में भर्ती बच्चों का उपचार एवं प्रबंधक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में कराया जाता है। सर्जन डॉक्टर कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि संस्थान में फिलहाल 5 बच्चे भर्ती हैं जबकि फुल ऑक्युपेंसी होने पर पोषण पुनर्वास केंद्र में 20 बच्चों को एक साथ भर्ती कराया जा सकता है। भर्ती बच्चों को उपचार के साथ-साथ पोषण युक्त खानपान दिए जाने का प्रावधान है। साथ ही माताओं को बच्चों को साथ रहने पर आहार के साथ-साथ वेज लॉस के रूप में प्रतिदिन 257 रुपयें की राशि दिए जाने का प्रावधान है। इस वार्ड में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भर्ती कराया जाएगा। सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आशुतोष कुमार को इस संस्थान के नोडल चिकित्सा पदाधिकारी का दायित्व दिया गया है। साथ ही साथ सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ आवश्यक कंसल्टेशन एवं परामर्श के लिए निर्देशित किए गए हैं।
पोषण पुनर्वास केंद्र के संचालन के लिए आठ नर्सिंग स्टाफ, दो रसोईया सहित अन्य स्टाफ निर्धारित किए गए हैं। पहले पोषण पुनर्वास केंद्र का संचालन पीपीपी मोड में एनजीओ के माध्यम से कराया जाता था जबकि अब राज्य सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में सरकारी एजेंसी के माध्यम से पोषण पुनर्वास केंद्र का क्रियान्वयन किया जाना है। सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अनुपालन में पोषण पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ किया गया हैं इस संस्थान के शुरू हो जाने से अब सदर अस्पताल में गंभीर कुपोषित बच्चों का उपचार संभव होगा। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विकास कुमार, अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मिथिलेश प्रसाद सिंह, डॉ. आशुतोष कुमार, डॉ. जन्मेजय कुमार, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी, कर्मी एवं स्थानीय बुद्धिजीवी जन उपस्थित रहे।