औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। शिष्य की प्यास बुझाने के लिए अपने तपोबल से धरती पर चिमटे का प्रहार कर पाताल से गंगा की धारा निकालने वाले इतिहास से ओझल एक समय के महान तपस्वी ज्ञानीनंद ब्रहम्चारी जी महाराज की तपोस्थली बिहार के औरंगाबाद जिले के देव के पाताल गंगा के दिन बहुरने के आसार बनने लगे है।
पाताल गंगा की ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक महता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद द्वारा गठित पाताल गंगा धार्मिक न्यास समिति ने बैठक कर जीर्णोदार और विकास पर चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता औरंगाबाद सदर के अनुमंडल पदाधिकारी सह न्यास समिति के पदेन अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार ने की। बैठक में पुरानी समिति का कार्यकाल पूर्ण होने के कारण उसे भंग कर नई समिति के गठन पर चर्चा की गई। बैठक में समिति के पदेन अध्यक्ष और सचिव के नाम से पातालगंगा मठ का बैंक एकाउंट खोलने पर भी सहमति बनी। तय हुआ कि समिति के सभी तरह के लेन देन खाता से ही करेगी और अध्यक्ष की सहमति से ही सारे वितीय कार्य होंगे। एक सप्ताह के अंदर पातलागंगा मठ का अपना खाता चालू होकर कार्य करने लगेगा तथा सभी तरह के लेन देन व वितीय संचालन अध्यक्ष की अनुमति के बिना नही होगा। बैठक में पातलागंगा मठ में एक पुजारी, दो सफाईकर्मी एवं एक रसोइया को नियुक्त करते हुए भगवान के राग भोग की बेहतर व्यवस्था का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में स्थानीय लोगो की मांग पर विचार करते हुए एसडीओ ने कहा कि पाताल गंगा मठ की जमीन पर जो लोग खेती कर रहे है और पूर्व से निर्धारित फसल या नगद जमा नही किया है, वे जल्द ही अपने सभी तरह के लेन देन खाता संचालित होते ही कर लें अन्यथा उनको नोटिस निर्गत करते हुए सख्त कार्रवाई की जायेगी। एसडीओ ने उन सभी की सूची तत्कालीन कमिटी को उपलब्ध कराने के लिए कहा जिन्होने अभी तक पाताल गंगा मठ की जमीन पर खेती कर पैसा बकाया रखा है। कहा कि मठ में बेहतर रूप से राग भोग की व्यवस्था को संचालित करने के लिए मठ की सभी जमीन को चिन्हित कर मठ के देखरेख में लेना बहुत जरूरी है। उन्होने देव के अंचलाधिकारी को पातालगंगा मठ की जमीन की खरीद बिक्री पर रोक तथा पूर्व में खरीद बिक्री की गई जमीन पर कार्रवाई करने का निर्देष दिया। कहा कि अंचलाधिकारी राजस्व कर्मचारियों के सहयोग से मठ की सभी जमीनों को चिन्हित करे। एसडीओ ने कहा कि पाताल गंगा मठ की सभी तरह की संपत्तियों को सुरक्षित और संरक्षित किया जायेगा। इसके लिए जल्द ही नई कमिटी का गठन किया जाएगा। नई कमिटी के गठन के बाद नीलामी के माध्यम से पाताल गंगा मठ की खेती की जमीन किसानों को दी जाएगी। पाताल गंगा को विकसित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा । बैठक के बाद एसडीओ, सीओ और बीडीओ ने पाताल गंगा मठ से जुड़ी जमीन के बारे में जानकारी ली और निरीक्षण कर मुखिया तथा समिति के सदस्यों और उपस्थित लोगों आश्वस्त किया कि पाताल गंगा मठ जल्द ही अपने नये स्वरूप में स्थानीय लोगों को दिखाई देगा। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बाल उद्यान, कुआं जीर्णोद्धार, पाताल गंगा तालाब जीर्णोद्धार, शौचालय निर्माण सहित अन्य कार्यों की प्रशंसा की। बैठक में अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार, बीडीओ अमरेश कुमार मिश्रा, न्यास समिति के सदस्य सह बेढनी पंचायत के मुखिया योगेंद्र यादव, न्यास समिति के सदस्य रमेश सिंह सहित बंभौरी, पाताल गंगा, सिलाड़ सहित अन्य गांव के लोग मौजूद रहे।