अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन कार्यपालक सहायकों ने थाली पीट कर जताया विरोध

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। 8 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत कार्यपालक सहायकों ने आंदोलन के 11वें दिन तथा अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन ने थाली पीट कर सरकार के प्रति विरोध जताया।

शहर के दानी बीघा में बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र ठाकुर एवं कार्यकारी जिलाध्यक्ष कमल कुमार के नेतृत्व धरना भी दिया। धरना को संबोधित करते हुए राजद के प्रदेश महासचिव इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि सत्ता के उच्च शिखर पर बैठे लोग मेहनतकश युवाओं को उचित मजदूरी व सम्मान देना नहीं चाहते हैं। कार्यपालक सहायकों के मेहनत से ही हर विभाग का कार्य तेजी से आगे बढ़ा है। आज मेहनत करने वाले लोग सड़क पर बैठने को मजबूर है। बेल्ट्रॉन दलाली का अड्डा बना है। यह बिहार का ज्वलंत मुद्दा है। हम नेता प्रतिपक्ष से बात कर आप सभी की समस्या को सरकार के समक्ष पुरजोर उठाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की धमकी से डरने की जरूरत नहीं है। हम आपके साथ हैं। सत्ता में बैठे लोगों को झुकने पर मजबूर करेंगे। सत्ता पक्ष के प्रतिनिधि को भी इसके लिए आवाज उठानी चाहिए। बिहार के सभी युवा किसी पार्टी विशेष के नहीं है। उन्होंने कहा कि हर हाल में सरकार को आपकी मांगे पूरी करनी पड़ेगी। कार्यक्रम का संचालन विंदेश्वरी मांझी ने किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यपालक सहायकों ने कहा कि सरकार हम सभी को बेल्ट्रॉन को परीक्षा देने को कहती है। क्या बिहार के सभी जिलों के जिलाधिकारी पर सरकार का भरोसा नहीं है, जिनके द्वारा लिखित परीक्षा अमान्य बताया जा रहा है। कहा कि हड़ताल पर जाने के बाद विभिन्न कार्यालयों का काम ठप है। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के अधिकारी उचित पहल करने के बजाय धमकी भरा पत्र भेजकर हम सभी को डराने का प्रयास कर रहे हैं, पर हम सभी डरने वाले नहीं हैं। हम चट्टान की तरह मजबूत हैं। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम सभी आंदोलन जारी रखेंगे। यदि सरकार हड़ताल से नहीं मानती है तो हम सब आमरण अनशन आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर रोशन कुमार, हर्षराज, मोदी शेर आलम, नंद कुमार, शंकर भगत, राजीव रंजन, पंकज कुमार, अजीत कुमार, बलवेंद्र कुमार, ओम प्रकाश, रूपा कुमारी, प्रियंका कुमारी, संगीता कुमारी, शोभा कुमारी, प्रवेश कुमार, सुनील पासवान, विजय कुमार, गुलशन, संजय कुमार, दीपक कुमार, भारत भूषण, जयशंकर, राजन एवं अभिषेक आदि कार्यपालक सहायक मौजूद थे।