ओबरा के विधायक ने विस में उठाएं जनहित के कई सवाल, दाउदनगर के लिए मांगा ब्लड बैंक, राज्य के बाहर बिहारियों की सड़क हादसे में मौत पर भी मुआवजे के प्रावधान की रखी मांग

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। ओबरा के राजद विधायक ने बिहार विधानसभा के चालू शीतकालीन सत्र में चंद दिनों में क्षेत्र के जनहित से जुड़े कई सवाल उठाएं है।

उन्होने दाउदनगर के अनुमंडल अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना को लेकर तारांकित प्रश्न उठाया। राज्य सरकार की ओर से प्रश्न के जवाब में कहा गया कि दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में ब्लड स्टोरेज सेंटर की स्थापना के लिए योग्यता प्राप्त चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है और ब्लड बैंक के लिए लाइसेंस भी निर्गत कर दिया गया है। ऐसे में यहां शीघ्र ब्लड स्टोरेज सेंटर खुलने की उम्मीद बन गई है। इसके बाद विधायक ने दाउदनगर के दबगर टोली व पटवा टोली के पांच मजदूरो की उतर प्रदेश के वाराणसी में सड़क हादसे में पिछले दिनो हुई मौत का हवाला देते हुए तारांकित प्रश्न के माध्यम से बिहार के निवासियों की राज्य के बाहर सड़क हादसे या प्राकृतिक आपदा में मौत होने पर चार लाख का मुआवजा दिए जाने का प्रावधान किये जाने की मांग की।

जवाब में सरकार की ओर से कहा गया कि अभी आपदा राहत के तहत राज्य में हुई मौतों के लिए ही अनुग्रह अनुदान का प्रावधान है। इस कारण यूपी में सड़क हादसे में मृत दाउदनगर के मजदूरो के परिजनो को अनुदान नही दिया जा सकता। सरकार के इस जवाब के बाद माना जा रहा है कि विधायक इस तरह के प्रावधान के लिए अलग से प्रश्न जरूर उठायेंगे और बाद में यह प्रावधान भी सरकार द्वारा किया जा सकता है। विधायक ने दाउदनगर के एक मृत जविप्र डीलर के नाम पर खाद्यान्न का उठाव कर बेंच दिए जाने का मामला शून्यकाल सूचना के माध्यम से उठाया। इस मामले में उन्होने दाउदनगर के आपूर्ति पदाधिकारी की आय से अधिक संपत्ति की जांच कराने की भी मांग की। इसके अलावा उन्होंने शुन्यकाल सूचना के माध्यम से ओबरा के बीडीओ द्वारा एक ही योजना के नाम पर दो बार निकासी कर लाखों की सरकारी राशि का गबन करने के मामले में भी कार्रवाई की मांग की।