अब औरंगाबाद में ही होगी कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच, मिली मशीने, बन रहा लैब

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कोरोना की दूसरी लहर के शोर के बीच औरंगाबाद जिलेवासियों के लिए राहत भरी खबर यह है कि कारोना की प्रभावी आरटी-पीसीआर जांच यानी रियल टाइम पेरीमिरेज चेन रिएक्शन जांच औरंगाबाद में ही होगी। इसके लिए सदर अस्पताल के रेडक्रॉस भवन में आरटी-पीसीआर लैब का सेटअप तैयार होगा। राज्य स्तर से यहां आरटी-पीसीआर जांच लैब स्थापित करने की अनुमति मिल गई है और बीएमआइसीएल द्वारा लैब की आधारभूत संरचना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शीघ्र ही यहां कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच आरंभ होगी।

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम डॉ. कुमार मनोज ने बताया कि 20 अप्रैल से इस लैब में कोरोना की जांच शुरू हो जाने की उम्मीद है। कहा कि यहां आरटी-पीसीआर लैब स्थापित होने से कोरोना जांच की गति में तेजी आएगी। इसके बाद जिले में प्रत्येक दिन एक हजार से अधिक लोगों की जांच की जा सकेगी। यह लैब बायो सेफ्टी लेवल टू की होगी। यानी यहां सुरक्षित ढंग से नमूनों की सटीक जांच हो सकेगी। पहले आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैम्पल मगध मेडिकल काॅलेज अस्पताल, गया भेजना पड़ता था लेकिन अब यह जांच यही हो सकेगी। यहां के लैब के लिए तीन आरटी-पीसीआर जांच मशीन उपलब्ध हो गयी है। आरटी-पीसीआर मशीन लगने के बाद अब किसी भी प्रकार का सैंपल गया नहीं भेजा जाएगा। वर्तमान में एंटीजन और ट्रूनेट की जांच ही जिले में हो रही है। इसके अलावा आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल गया भेजे जा रहे हैं। आरटी-पीसीआर से कोरोना जांच के लिए दो लैब टेक्नीशियन को नियुक्त किया गया है। मो. यूसुफ जमील व आशुतोष रंजन दिल्ली से ट्रेनिग करके लौटें हैं। डीपीएम ने बताया कि इस जांच में माइक्रोबायोलॉजिस्ट की आवश्यकता होती है, जिसे संविदा पर बहाल किया जा रहा है।

सदर अस्पताल में आरटी-पीसीआर लैब की स्थापना से जिले में ही जांच की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। आरटी-पीसीआर मशीन लग जाने के बाद अब जांच रिपोर्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान में गया से आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाता है। यह मशीन आ जाने के बाद छह से सात घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी। डीपीएम ने बताया कि आरटीपीसीआर जांच कोरोना की अंतिम जांच होती है। इसमें आने वाली रिपोर्ट को ही सबसे बेहतर माना जाता है। एंटीजन किट से जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लक्षण वाले मरीजों के कन्फर्मेशन के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराई जाती है। अब जिले में ही इसकी सुविधा हो जाएगी। वर्तमान में ट्रूनेट और एंटीजन किट से जांच कराने के बाद लोग बाहर घुमते रहते हैं। अगर तीन से चार दिन बाद आरटी-पीसीआर का जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो आइसोलेट होते हैं। इसकारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।