औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल का लुक देने के लिए यहां हो रहे नये भवनों के निर्माण के दौरान पुराने भवनों को ध्वस्त किये जाने से आउटसोर्सिंग कर्मियों की लॉट्री लग गई है।
ये कर्मी पुराने भवनों में लगे खिड़की, दरवाजे तथा अन्य सामग्रियों को ऑटो पर लादकर घर ले जा रहे हैं। कई कर्मियों ने तो पुराने भवनों से निकले लोहे, पुराने पंखों और कई सामग्रियां को कबाड़ में भी बेचा है। अस्पताल के कर्मी सरकारी संपत्ति को घर ले जा रहे हैं। इसकी लागत लाखों की है। इतना तक कि सदर अस्पताल में लगे सोलर प्लेट का अब कोई अता पता नहीं है। सोलर प्लेट को कौन ले गया और कहां है।
इन्हें इन सामानों को घर ले जाने की इजाजत किसने दी, यह कोई बताने को तैयार नही है। सामान ले जाते आउटसोर्सिंग में काम कर रही महिला कर्मियों से जब पूछा गया तो उन्होंने अस्पताल प्रबंधक हेमंत कुमार का हवाला देते हुए कहा कि मैनेजर ने ही कहा है कि खिड़की, दरवाजा अन्य सामग्रियां जो निकल रही है, उसे घर ले जाओ। इससे साफ जाहिर होता है कि अस्पताल के मैनेजर की मिलीभगत से सरकार को लाखों का चुना लगाया जा रहा है।