एनसीबी व औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त अभियान में अफीम कारोबारी को पकड़ा, सवा पांच किलो अफीम बरामद

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी), पटना और औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त अभियान में सवा पांच किलो अफीम के साथ एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। बरामद अफीम की कीमत पांच लाख से अधिक बताई जाती है।

औरंगाबाद के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनूप कुमार ने गुरुवार को यहां प्रेसवार्ता में बताया कि एनसीबी ने सूचना दी कि बाहर का एक बड़ा अफीम कारोबारी भारी मात्रा में अफीम की खेप लेकर कही जा रहा है और अभी वह औरंगाबाद में है। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका के निर्देश पर एनसीबी के साथ औरंगाबाद नगर थाना के स्तर पर तत्काल एक छापेमारी दल गठित किया गया।

टीम ने शहर के रामाबांध के पास छापेमारी की। इस दौरान संदिग्ध अवस्था में अफीम कारोबारी को धर दबोंचा गया। गिरफ्तारी के बाद तलाशी लेने पर कारोबारी के शरीर के विभिन्न हिस्सों और कपड़ों के अंदर अलग-अलग जगह पर बनाए गये गुप्त जेब से अफीम की सात बड़ी पुड़िया बरामद की गई। बरामद अफीम का कुल वजन सवा पांच किलो है। नशीली वस्तुओं के अवैध कारोबार के इंटरनेशनल मार्केट में बरामद अफीम की कीमत पांच लाख से अधिक आंकी जा रही है।

गिरफ्तार अफीम कारोबारी प्रमोद प्रसाद गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र के झिकटियां गांव का निवासी है। गिरफ्तारी के बाद उसने स्वीकार किया कि अफीम की इस खेप को उसने झारखंड के पलामू जिलें के आदिवासियों से प्राप्त किया था। जंगल में आदिवासियों द्वारा अफीम की खेती कर अफीम निकालकर तस्करों के हाथों बेचा जाता है। उनसे कम कीमत में अफीम मिलती है और बेंचने पर मुनाफा ज्यादा मिलता है।

अफीम की इस खेप को बेंचने के लिए वह पंजाब जा रहा था कि पकड़ा गया। उसने स्वीकार किया कि उसके कारोबार में झारखंड के डालटेनगंज का निवासी जितेंद्र सिंह सहयोंग करता है, जो पंजाब में गिरफ्तार होने के बाद से जेल में है। गिरफ्तार अफीम कारोबारी को एनसीबी की टीम अदालती प्रक्रिया पूरी कर ट्रांजिट रिमांड पर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। छापेमारी दल में एनसीबी की टीम के अलावा औरंगाबाद नगर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार, एसआई प्रणव कुमार, रंजीत कुमार एवं नगर थाना के पुलिस बल शामिल थे।