बेगूसराय। आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) का चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन गुरुवार को बेगूसराय में बड़ी रैली व आम सभा के साथ शुरू हो गया। आम सभा का उद्घाटन सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद डी राजा ने किया।
डी राजा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार शिक्षा व रोजगार विरोधी है। जहां शिक्षा व स्वास्थ्य बदहाल हो वहां की सरकार को एक दिन भी गद्दी पर बने रहने का अधिकार नहीं है। जरूरत है कि ऐसे सरकार को केंद्र की सत्ता से उखार फेंकने का। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने की।
पूर्व सांसद राजा ने कहा कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा करके भाजपा सत्ता में आई। भाजपा सरकार लगातार देश के अंदर सरकारी संस्थाओं को बेचकर रोजगार के अवसर को समाप्त कर रही है। सरकारी संसाधनों को बेचकर ईस्ट इंडिया कंपनी की तर्ज पर इस देश को अंबानी और अडानी के हाथों में सौंपने का काम करना चाह रही है।
सरकार के प्रत्येक कामों से यह प्रतीत होता है कि सरकार देश के अंदर सार्वजनिक शिक्षा को समाप्त करने जा रही है। साथ ही सार्वजनिक रोजगार के अवसर को भी समाप्त कर देगी। देश के अंदर निजीकरण को बढ़ावा देकर सरकार पुन यहां के लोगों को गुलाम बनाना चाह रही है। देश के अंदर सभी केंद्रीय व राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय की स्थिति खराब कर दी है। हम तमाम एआईएसएफ के छात्रों को सार्वजनिक शिक्षा को बचाना होगा। सबको शिक्षा-सबको काम मिले इसके लिए अपने संघर्षों को और तेज करना होगा।
बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय हमारा संवैधानिक अधिकार है, इसे लेकर रहेंगे
पूर्व सांसद व माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि मोदी राज में शिक्षा का स्तर का ह्रास हुआ है। शिक्षक और छात्रों के साथ भाजपा की सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। देश के अंदर लागू नयी शिक्षा नीति-2020 छात्रों के शैक्षणिक स्तर को बढाने के बदले ह्रास करेगी। छात्रों और देश को नयी शिक्षा नीति पीछे ले जाऐगी। इसे अविलंब खारीज करना होगा और बेहतर वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ावा देने वाली शिक्षा नीति बनानी होगी। बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय हमारा संवैधानिक अधिकार है। इसे हम हासिल करके रहेंगे। संगठन का यह महारैली व सम्मेलन देश के अंदर शिक्षा व रोजगार को बचाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
महारैली को संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विक्की महेश्वरी, सांसद पी संतोष, तेघरा विधायक व सचेतक रामरतन सिंह, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, पूर्व विधायक रामनरेश पाण्डेय, पूर्व विधायक अवधेश राय, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, पूर्व विधान पार्षद संजय यादव, पूर्व छात्र नेता रामकृष्ण पांडा, एआईवाईएफ के राष्ट्रीय महासचिव आर तिरमिलैय, संगठन के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विजेन्द्र केशरी, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार, प्रदेश अध्यक्ष रजनीकांत यादव, राज्य सह सचिव शरद कुमार सिंह, राज्य उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र शुक्ला, सुधीर कुमार, राज्य संयुक्त सचिव राकेश कुमार, सुशील उमाराज, शमा परवीन, अप्सरा कुमारी, पल्वी आदि ने भी अपने विचार रखे।