Nabinagar के चंद्रगढ़ में मुखिया प्रत्याशी अमोद चंद्रवंशी ने निकाली दर्जनो वाहनो के काफिले के साथ रैली, बीडीओ ने दिया प्राथमिकी का आदेश

पंचायत चुनाव में आचार संहिता का अचार लगा रहे उम्मीदवार


औरंगाबाद(लााइव इंडिया न्यू्ज 18 ब्यूरो )।
नबीनगर प्रखंड में द्वितीय चरण के पंचायत चुनाव के लिए हो रहे नामांकन के अंतिम दिन चंद्रगढ़ पंचायत के निवर्तमान मुखिया और पुनः प्रत्याशी बने अमोद चंद्रवंशी की आदर्श चुनाव आचार संहिता की ऐसी की तैसी कर रख दी।

मुखिया पद के लिए कुछ दिन पहले ही नामांकन कर चुके अमोद ने बगैर किसी तरह की शासनिक-प्रशासनिक अनुमति के सोमवार को शक्ति प्रदर्शन करते हुए दर्जनों वाहनो के लंबे काफिले के साथ जुलूस निकाल कर चंद्रगढ़ पंचायत के एक एक गांव का भ्रमण किया। इस दौरान आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ती रही और किसी भी अधिकारी ने उन्हे रोका तक नही तथा अमोद समर्थकों के बीच बेधड़क आचार संहिता का अचार बांटते रहे।

यह बात आई गई भी हो जाती और मुखिया प्रत्याशी का शायद बाल बांका भी नही होता पर उनके जुलूस की तस्वीरे और वीडियो मीडिया के कैमरे में कैद हो गयी और सामना होते ही मीडियाकर्मियों ने चंद्रगढ़ से मुखिया प्रत्याशी अमोद से आचार संहिता के उल्लंघन पर सीधा सवाल दाग दिया। सवाल दागे जाने पर खिसियानी बिल्ली खंभा नोचें के तर्ज पर पहले तो अमोद ने पंचायत का विकास करने और पंचायत की जनता के लिए जेल जाने तक का लंबा चौड़ा दावा करते हुए कहा कि कारकेड में जो भी वाहन है, उन्हे उन्होने हायर नही किया है बल्कि उनके कार्यों से प्रभावित जनता खुद ही वाहन लेकर आई है।

खैर उन्होने आचार संहिता के उल्लंघन का दोष तो जनता के नाम पर थोप दिया लेकिन वाहनों पर लगे उनके नाम के छोटे पोस्टरों ने ही यह पोल खोल दी कि जनता ने नही बल्कि खुद उम्मीदवार अमोद ने ही इसका प्रबंध किया है। हालांकि नबीनगर के बीडीओ सह प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी देवानंद कुमार सिंह ने पूरा इंसाफ किया। मामला संज्ञान में आते ही उन्होने आचार संहिता का डंडा चलाया और उम्मीदवार समेत काफिले में शामिल एक-एक वाहन के चालक और मालिक प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश दे डाले।

उन्होने कहा कि पंचायत चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता का उल्लंघन करने की छूट नही है। ऐसा करने वालो पर न सिर्फ प्राथमिकी होगी बल्कि वे जेल भी भेजे जा सकते है।