मुगल गार्डेन अब ‘अमृत उद्यान’, जानें क्या है खुलने का समय और तारीख

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन – उद्यान उत्सव 2023 के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस बार राष्ट्रपति भवन उद्यान आम जनता के लिए करीब दो महीने तक खुला रहेगा। इस लेख में हम राष्ट्रपति भवन उद्यान के समय, खासियत और इस साल उद्यान हुए बदलावों के बारे में जानेंगे।

मुगल गार्डन हुआ ‘अमृत उद्यान’

स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में, राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम दिया है। उद्यान के बाहर अमृत उद्यान नाम का साइन बोर्ड भी लगा दिया है। राष्ट्रपति भवन परिसर में करीब 15 एकड़ में फैला ये बगीचा 1928-29 में बना था।

31 जनवरी से खुलेगा

इस बार ‘अमृत उद्यान’ आम जनता के लिए 31 जनवरी से 26 मार्च तक खुला रहेगा। इन दो महीने की अवधि के दौरान गार्डन सिर्फ सोमवार और होली को छोड़कर रोज खुलेगा। इसके अलावा 28 मार्च से 31 मार्च तक अमृत उद्यान केवल विशेष श्रेणी के लोगों के लिए खुलेगा। 28 मार्च को किसान, 29 मार्च को दिव्यांग व्यक्ति, 30 मार्च को रक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मी और 31 मार्च को जनजातीय महिला, एसएचजी समेत अन्य महिलाएं उद्यान का भ्रमण कर सकती हैं।

इस बार क्या होगा खास

राष्ट्रपति भवन में उद्यानों की समृद्ध विविधता मौजूद है। ‘अमृत उद्यान’ में हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल है। इस साल आगंतुकों को 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ट्यूलिप भी देखने को मिलेंगे। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि ये ट्यूलिप उद्यान में अलग-अलग समय पर खिलेंगे। आगंतुक यात्रा के दौरान किसी विशेष फूल, पौधे या पेड़ के बारे में अधिक जानकारी बगीचों में रखे क्यूआर कोड को स्कैन कर प्राप्त कर सकते हैं।

ऑनलाइन बुकिंग से होगी सहूलियत

आगंतुक सहूलियत के लिए ऑनलाइन बुकिंग के जरिए अपना स्लॉट काफी पहले ही बुक कर सकते हैं। बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in या https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx पर की जा सकती है। आगंतुक बिना ऑनलाइन बुकिंग करवाए भी उद्यान घूम सकते हैं। हालांकि, उन्हें सुविधा काउंटरों के साथ-साथ राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास स्वयं सेवा कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा। लेकिन भीड़ से बचने और समय बचाने के लिए अग्रिम रूप से ऑनलाइन स्लॉट बुक करना अच्छा होगा।

स्लॉट की क्षमता में वृद्धि

इस साल राष्ट्रपति भवन को अधिक से अधिक लोगों के लिए सुलभ बनाने के लिए स्लॉट की क्षमता बढ़ा दी गई है। जिसके कारण सप्ताह के दिनों में 12,500 और सप्ताहांत में करीब 17,500 लोग ‘अमृत उद्यान’ देख सकेंगे। आगंतुकों को कोई भी ब्रीफकेस, कैमरा, रेडियो/ट्रांजिस्टर, बॉक्स, छाता, खाने-पीने का सामान लेकर उद्यान के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। हालांकि वे मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स/हैंडबैग, पानी की बोतल और बच्चों की दूध की बोतल ले जा सकते हैं।

अमृत उद्यान में भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों का योगदान

अमृत उद्यान को और भी बेहतर और दिलकश बनाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम और राम नाथ कोविंद के निर्देश पर हर्बल गार्डन, दृष्टिहीनों के लिए टैक्टाइल गार्डन, बोनसाई गार्डन और आरोग्य वनम जैसे कई बगीचे जोड़े गए थे। डॉक्टर कलाम के पहले और बाद के राष्ट्रपतियों ने भी इस अमृत उद्यान को और खूबसूरत बनाने में योगदान दिया है।

इसके अलावा और क्या

‘अमृत उद्यान’ के अलावा आगंतुक राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति भवन संग्रहालय और गार्ड अदला-बदली समारोह भी देख सकते हैं। आगंतुक सप्ताह में पांच दिन मतलब बुधवार से रविवार तक राष्ट्रपति भवन, सप्ताह में छह दिन मतलब मंगलवार से रविवार तक राष्ट्रपति भवन संग्रहालय और राजपत्रित अवकाश को छोड़कर प्रत्येक शनिवार को गार्ड अदला-बदली समारोह भी देख सकते हैं।