औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। मदनपुर के एक गांव की सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिजनों से सोमवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह के नेतृत्व में मिलने गया। पीड़िता के परिवार को विधायक ने हर संभव सहयोग एवं सहायता का भरोसा दिलाया।
विधायक ने बताया कि परिजनों से बातचीत से यह स्पष्ट प्रतीत हुआ कि परिवार के सदस्य काफी भय में है। अभियुक्त पक्ष द्वारा पीड़िता एवं उसके परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। बातचीत के दौरान यह बात निकलकर आई कि पिछली रात पीड़ित परिवार के एक शुभचिंतक मनीष कुमार पीड़िता के घर उनका हाल समाचार पूछने जाते हैं और जब वह वापस लौट कर अपने घर जाने लगते हैं, तब पीड़िता के घर से थोड़ी ही दूरी पर अभियुक्त पक्ष एवं उसके सहयोगियों ने पीड़िता के शुभचिंतक पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में किसी तरीके से पीड़िता के शुभचिंतक मनीष कुमार जान बचाकर भाग गए परंतु उनका दो पहिया मोटरसाइकिल वहीं रह गया। अभियुक्त के समर्थकों ने मनीष की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। इससे अभियुक्त पक्ष के लोगों का मनोबल एवं उनके अंदर प्रशासन का डर कितना है यह साफ साफ नजर आता है।
ऐसी स्थिति में पीड़िता एवं उसका परिवार कितना सुरक्षित है, यह भी जाना जा सकता है। तत्काल जिला प्रशासन पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए एवं उसके घर पर पुलिस बल सुरक्षा हेतु तैनात किया जाए। पीड़िता और पीड़िता के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए क्योंकि यह घटना अत्यंत निंदनीय एवं भयावह है। ऐसी स्थिति में पीड़िता को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से न्याय दिलाया जाए एवं दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए। पीड़िता के जीवनयापन हेतु तत्काल सरकारी नौकरी की व्यवस्था की जाए। घटना में शामिल सभी पांच आरोपियों में से बचे हुए दो आरोपियों को भी अविलंब गिरफ्तार किया जाए। पीड़िता और पीड़िता के शुभचिंतकों को धमकाने डराने और पीड़िता के शुभचिंतक मनीष पर जानलेवा हमला करने एवं उसकी गाड़ी को आग लगाने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की जाए और उसकी अविलंब गिरफ्तारी की जाए। प्रतिनिधिमंडल में औरंगाबाद कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मुखिया प्रतिनिधि प्रदीप सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रत्नाकर सिंह, एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक आशुतोष सिंह, समाजसेवी अमित, मारकंडेय उर्फ मुन्ना सिंह, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र पासवान, उपाध्यक्ष शुभम सिंह, अशोक यादव, भोला कुमार एवं नीरज सिन्हा शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि अगर पीड़िता को अविलंब न्याय नही मिलेगा तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन के लिए मजबूर होगी।