औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूुरो)। 1942 की अगस्त क्रांति के दौरान प्रदेश की राजधानी पटना में सचिवालय पर तिरंगा लहराने में ब्रिटिश हुकुमत की गोलियों से शहीद हुए सात शहीदों में एक जगतपति कुमार को उनके शहादत दिवस पर गुरुवार को उनके पैतृक गांव ओबरा प्रखंड के खरांटी सहित पूरे जिलें में श्रद्धा के साथ याद किया गया।
इस मौके पर भाकपा माले ने संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, शहीदों के सपनों का भारत बनाओ के गगनभेदी नारे के साथ दाउदनगर स्थित पार्टी कार्यालय से सैकड़ों बाइक के साथ आजादी मार्च निकाला। मार्च एनएच-139 से होते शहीद के पैतृक गांव खरांटी स्थित शहीद जगतपति कुमार के स्मारक स्थल पर आकर समाप्त हुआ। आजादी मार्च में शामिल भाकपा माले नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शहीद के स्मारक पर माल्यार्पण कर शपथ लिया कि हजारों कुर्बानियों के बल पर मिली आजादी व भारतीय लोकतंत्र को बचाने के लिए हम सब अपनी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि हमारे शहीदों ने हमें यही प्रेरणा दी है। शहीदों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे। कहा कि आज आजादी व लोकतंत्र पर चैतरफा हमला किया जा रहा है, इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आज भारत के गद्दी पर ऐसे लोग बैठे हैं जिनका आजादी के आंदोलन में जरा सा भी जोगदान नहीं है।
इतना ही नहीं, इतिहास गवाह है कि आजादी मिलने के बाद राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को भी अपनाने से इंकार करने वाले लोग आज राष्ट्र भक्ति का ज्ञान बाट रहे हैं और अपने को सच्चा देश भक्त बता रहे हैं। देश की राष्ट्रीय सम्पति को बड़े पूंजीपतियों के हाथों लगातार बेच रहे हैं। महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है जबकि इन्हीं महत्त्वपूर्ण व बुनियादी मुद्दों के साथ ये सत्ता में आये परंतु सत्ता मिलते ही ये महत्वपूर्ण मुद्दे गायब कर दिए गये। आजादी मार्च में पार्टी के जिला सचिव मुनारिक राम, पूर्व जिला सचिव जनार्दन प्रसाद, दाउदनगर प्रखंड सचिव चंद्रमा पासवान, राजकुमार भगत, दाउदनगर के पूर्व चेयरमैन धर्मेंद्र कुमार, किसान महासभा के जिला सचिव कामता यादव, ओबरा प्रखंड सचिव दुखन राम, दाउदनगर नगर सचिव के बिरजू चैधरी, पिंटू कुमार, आइसा के छात्र नेता विकास कुमार, मुन्ना कुमार आदि शामिल हुए। इसके अलावा औरंगाबाद शहर में भी रमेश चैक एवं टाउन हाॅल परिसर स्थित शहीद जगतपति की प्रतिमा पर शहरवासियों ने माल्यार्पण-पुष्पार्पण कर उनकी शहादत को नमन किया।