औरंगाबाद में विवाहिता की गला दबाकर हत्या, फंदे में टांग दिया शव, जानिए फिर क्या हुआ

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले में एक विवाहिता को दहेज के लिए दरिंदों ने पहले गला दबाकर हत्या कर दिया फिर शव काे फांसी के फंदे में टांग दिया। घटना औरंगाबाद जिले के जम्होर थाना क्षेत्र के पौथू गुमटी बिगहा गांव की है। घटना की सूचना मिलने के बाद गांव में मातमी सन्नाटा फैल गया।

घटना की जानकारी परिजनों को मंगलवार मिली। सूचना पर मृतका के मायके के लोग पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका 25 वर्षीय सरिता देवी झारखंड राज्य के हरिहरगंज थाना क्षेत्र के डेमा गांव निवासी रामाधार राम की पुत्री थी जिसकी शादी सुदेश्वर पासवान से हुई थी। मंगलवार को सरिता देवी की हत्या की सूचना स्थानीय लोगों ने परिजनों को दी जिसके बाद लोग यहां पहुंचे। घर के सभी लोग यहां से फरार हो गए थे जिसके बाद मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई।

मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी सरिता देवी वर्तमान में गर्भवती थी और ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। पूर्व में भी उसके साथ मारपीट की गई थी और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई और उसे फांसी के फंदे से टांग दिया गया। आस-पास के लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है जिसके बाद वे यहां पहुंचे। मृतका के पिता के बयान पर जम्होर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जम्होर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि सरिता देवी की हत्या मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।

परिजनों ने दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। विवाहिता की हत्या मामले में पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। हत्या में पति सुदेश्वर पासवान, सास पन्ना कुंवर, ननद संगीता देवी, सुनीता देवी, भैसुर शिवपरसन राम को नामजद किया गया है। इसमें कहा गया है कि सात साल पहले सरिता की शादी हुई थी और उसके बाद से उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। वह वर्तमान में गर्भवती भी थी जिसकी जानकारी ससुराल वालों को थी। हत्या की इस घटना ने मानवता को भी शर्मसार कर दिया है।