जानें-वार्ड सचिव के चुनाव में कहां हुई हिंसा, कैसे गरजी बंदूके, कितनी चली गोलियां, तलवारबाजी-लट्ठबाजी में कौन कौन हुए घायल, किसको लगी गोली, कैसे कर रही पुलिस मामले की तहकीकात

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार में सरकार की कुछ नीतियां सरकारी योजनाओं में लूट का हिस्सेदार बढ़ा रही है। ऐसी ही एक योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अति महत्वाकांक्षी हर घर नल जल योजना है, जो लगातार विवादों में होने के साथ ही शुरू से ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हुई है।

इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी सरकार ने वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति को दे रखी है। हर पंचायत के हर वार्ड में गठित इस समिति के पदेन प्रमुख यानी अध्यक्ष संबंधित ग्राम वार्ड के ग्राम पंचायत सदस्य हुआ करते है जबकि वार्ड की जनता अपने बीच से समिति का सचिव यानी वार्ड़ सचिव चुना करती है। पिछली बार भी वार्ड सचिवों के चुनाव हुए थे और चुने गये सचिवों ने हर घर नल जल योजना में एक से बढ़कर एक घपले घोटाले के गुल खिलाएं। नतीजा यह हुआ कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लग गया। इस पलीते को हटाने की कोशिश में राज्य भर में सैकड़ो वार्ड सचिवों पर कानून का शिकंजा कसा। प्राथमिकियां भी दर्ज हुई।

फिर नया पंचायत चुनाव आ गया। चुनाव संपन्न होने के बाद वार्ड सचिव इस मलाईदार और मालदार पद पर बने रहने के लिए अड़ गए। उनके द्वारा वार्ड सचिव के पद के लिए पुनः चुनाव कराने का विरोध किया जाने लगा। संगठन बनाकर बाजाप्ता विरोध किया। इतना तक कि धरना प्रदर्शन पर भी उतरे पर सरकार ने एक नही सुनी और नये सिरे से पंचायतों के हर वार्ड में वार्ड सचिव के चुनाव हाेने लगे। सर्वविदित हो गया कि वार्ड सचिव का पद मालदार पद है। लिहाजा पद के लिए उम्मीदवारों की संख्या बढने लगी। लिहाजा वार्ड़ सचिव बनने के लिए उम्मीदवार हर तरह का पैतरा और हथकंडा आजमाने लगे। तरह तरह की चुनावी शिकायते आने लगी।

इसी कड़ी में औरंगाबाद जिले के बारुण प्रखंड के धमनी पंचायत के वार्ड नंबर तीन पड़रिया गांव में सोमवार को हद हो गई। यहां सीमाएं और सारी मर्यादाएं टूट गई। वार्ड सचिव पद के चार में से दो उम्मीदवारों और उनके समर्थकों में हिंसक झड़प हो गई। हिंसक झड़प के बाद देर शाम एक उम्मीदवार ने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के घर पर भी हमला बोल दिया। दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प के दौरान गोलीबारी भी हुई जिसमें गोली लगने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक पड़रिया निवासी राजकेश्वर सिंह को को पैर में गोली लगी है और उसे बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है जबकि तलवारबाजी और लट्ठबाजी में आठ अन्य भी घायल हुए है, जिनका ईलाज बारूण के सरकारी अस्पताल में चल रहा है।

इनमें एक चंदन भी गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे स्थानीय चिकित्सालय में प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया है। घायलो में मनीष कुमार, अजीत कुमार सिंह, चंदन कुमार, विजय कुमार, राजकेश्वर सिंह, युगल सिंह, रितेश कुमार, राजकुमार सिंह सहित कुल दस लोग शामिल हैं। वही गोलीबारी की घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है और पुलिस मौके पर कैम्प कर रही है। ग्रामीणो ने बताया कि धमनी पंचायत के वार्ड नंबर तीन में वार्ड सचिव पद के लिए पंचायत भवन में चुनाव हो रहा था, जिसमें चार प्रत्याशी गुड्डू कुमार उर्फ अमित, रवि कुमार, राजकुमार सिंह एवं मृत्युंजय कुमार उम्मीदवार थे। चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थी। इसी दौरान पचास प्रतिशत मतदान पड़ने के बाद मत देने को लेकर दोनो पक्षों में तू-तू, मैं-मैं हो गयी और मारपीट होने लगी।

इस दौरान लट्ठबाजी व पत्थरबाजी भी हुई जिसमें कई लोग घायल हो गए। मारपीट होते ही भगदड़ मच गई। स्थानीय ग्रामीण मतदान केंद्र छोड़कर भाग निकले। मामले को लेकर दोनों पक्षों में बने तनाव को बारूण थनाध्यक्ष धनंजय शर्मा के नेतृत्व में नियंत्रित किया गया। हालांकि एक पक्ष का आरोप है कि जब दूसरे पक्ष ने हमला किया तो मौके पर मौजूद रहने के बावजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

वही थानाध्यक्ष ने बताया कि मतदान को लेकर दो प्रत्याशियों के बीच मारपीट हुई है। घटना को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मारपीट के बाद दोनों पक्षों ने थाना पर आकर कार्रवाई को लेकर आवेदन दिया। इसके बाद गांव जाकर दोनों पक्ष आपस मे भीड़ गए। मामले की फिलहाल जांच की जा रही है और गोलीबारी करने वालो की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिया गया हैं। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस गांव में कैम्प कर स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास में लगी है।