औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की कमर तोड़ने में लगी अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले की पुलिस को सोमवार को चलाये गये सर्च ऑपरेशन में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने ऑपरेशन के दौरान मदनपुर थाना क्षेत्र में अंजनवा के दुर्गम जंगली-पहाड़ी इलाके से विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है। बरामद विस्फोटकों में 50 आईईडी बम एवं आतंक की अन्य सामग्रियां शामिल है।
पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि भाकपा माओवादी की बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी के कमांडर इन चीफ संदीप यादव के निधन के बाद से संगठन का नया कमांडर चुनने के लिए बड़ी बैठक करने की तैयारी में लगे है। इसके लिए पिछले दिनों नक्सलियों ने बड़ी बैठक की तारीख भी तय की थी। तय तारीख पर गुप्त स्थान पर आहुत बैठक में शामिल होने के लिए बिहार-झारखंड के अलग-अलग इलाकों के एरिया, सब जोनल एवं जोनल कमांडर्स रवाना भी हुए थे लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई थी। इसके बाद पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया था। ऑपरेशन चलाये जाने के दौरान नक्सली पुलिस की पकड़ में आने से बचने के लिए अपने पास के हथियारों को जंगलों में छोड़कर सामान्य आदमी के रूप में खिसक गये थे।
दरअसल शीर्षस्थ नेतृत्व बिहार-झारखंड में संगठन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एरिया, सब जोन एवं जोनल कमांडर्स पर नया कमांडर इन चीफ चुनने के लिए लगातार दबाव बना रहा है। इसी वजह से नक्सलियों ने अंजनवां के जंगल में फिर से बैठक रखी। पुलिस को बैठक के लिए जंगल में नक्सलियों का जुटान होने की सूचना मिली।इस सूचना पर अंजनवा के जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस, सीआरपीएफ एवं कोबरा की टीम नक्सलियों की घेरने में लगी है। नक्सलियों को घेरने के लिए फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।
सर्च ऑपरेशन में ही विस्फोटको का जखीरा बरामद किया गया है। जखीरे में 50 आईईडी बम के अलावा नक्सलियों के खाने-पीने का सामान, सीरिज आईईडी, दो दर्जन जिलेटिन रॉड, इलेक्ट्रिक वायर, बैटरी, पाइप तथा अन्य सामग्रियां शामिल है। नक्सलियों ने इन विस्फोटकों को पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए जमा कर रखा था। इस दौरान नक्सलियों के कई बंकर भी ध्वस्त किये गये है। एसपी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है तथा अभी और विस्फोटकों की बरामदगी हो सकती है।
एसपी ने कहा कि नक्सलियों के खात्मे के लिए एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस कृत संकल्पित है और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र को नक्सलियों से मुक्त न करा दिया जाए।
गौरतलब है कि अति नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र के पचरुखिया एवं तरी के जंगल में सीआरपीएफ कैंप का निर्माण शुरू होने से नक्सलियों की राह में रोड़ा अटक गया है। कैम्प के निर्माण से वे हड़के हुए है मचा हुआ है। यही वजह है कि नक्सली लगातार किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है लेकिन पुलिस के एक्शन से उनके मंसूबों पर इधर हर बार पानी फिर जा रहा है।