औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। देखरेख, रखरखाव और संरक्षण के अभाव में औरंगाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जर्जर हो रहे सार्वजनिक कुंओं के दिन अब बहुरने वाले है। ऐसे कुंओं का जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत समयबद्ध रुप से 31 मार्च तक जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण कराया जायेगा। सार्वजनिक कुंओं का जीर्णोद्धार कराने के कार्य में 15वें वित्त आयोग अनुदान के टीआईइडी घटक की राशि का इस्तेमाल किया जायेगा।
https://liveindianews18.in/clean-village-will-be-our-pride-campaign/ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने इसे लेकर पंचायती राज विभाग के पत्र के आलोक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, मुखियों एवं तकनीकी सहायको को सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्धार के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। डीएम ने इस कार्य को चालू वितीय वर्ष की समाप्ति यानी 31 मार्च तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होने कहा है कि जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्वार के लिए सर्वे कराने का काम पहले ही पूरा कराया जा चुका है। अब इस पर समयबद्ध तरीके से कार्य करना है। इसके लिए सभी मुखिया 10 जनवरी तक सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्वार की योजना को अनिवार्य रुप से जीपीडीपी में शामिल करते हुए पंचायत से अनुमोदित करा कर योजनाओं की सूची तकनीकी सहायक को प्राक्कलन बनाने हेतु उपलब्ध कराएं। जायेगी। तकनीकी सहायक 15 जनवरी तक प्राक्कलन बनाकर ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। प्राक्कलन प्राप्त होने के बाद मुखियागण 31 जनवरी तक योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति सुनिश्चित करेंगे क्योकि 20 लाख तक की योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति देने का उन्हे अधिकार है और एक कुंए के जीर्णोद्धार पर इतनी लागत नही आयेगी। इसके बाद योजनाओं को हर हाल में 31 मार्च तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करे। योजना के क्रियान्वयन के दौरान मुखिया योजना का साप्ताहिक निरीक्षण करेंगे। वही तकनीकी सहायक योजना का क्रियान्वयन प्राक्कलन की विशिष्टियों के अनुरुप कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अपने-अपने कार्य क्षेत्र में सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्धार की योजना का नियमित पर्यवेक्षण करेंगे। वे सुनिश्चित करेंगे कि उनके प्रखंड में स्थित सभी ग्राम पंचायतों में मार्च 2021 तक सभी सार्वजनिक कुंओ के जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण कर लिया जाए।
जीर्णोद्धार कार्य का होगा विधिवत अनुश्रवण-
डीएम ने निर्देश में कहा है कि प्रत्येक सार्वजनिक कुंओं के लिए अलग योजना अभिलेख बनाया जायेगा, जिसका संधारण पंचायत सचिव द्वारा किया जाएगा। इस कार्य में पंचायत के कार्यपालक सहायक की सेवा ली जा सकेगी। विभाग द्वारा सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्धार की योजना की ऑनलाईन रिपोर्टिंग के लिए मैनंजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसमें पंचायत स्तर पर प्रविष्टि करने का दायित्व ग्राम पंचायत कार्यपालक सहायक का होगा, जो पंचायत सचिव के नियंत्रण एवं निर्देशन में इस कार्य को सम्पन्न करेंगे। ग्राम पंचायत के मुखिया हर सप्ताह के मंगलवार को सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोद्धार कार्य की प्रगति की समीक्षा करेंगे। जिला पंचायत राज पदाधिकारी सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के साथ साप्ताहिक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा करेंगे। विभाग स्तर से जिला पंचायत राज पदाधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा की व्यवस्था की जाएगी। कार्य के दौरान तकनीकी सहायक की यह भी जिम्मेदारी होगी कि वे प्रत्येक कार्य स्थल पर कार्य प्रारंभ होने के पूर्व, कार्य के दौरान एवं कार्य समाप्ति के बाद जीपीडीपी को-ऑर्डिनेट के साथ फोटो संलग्न करेंगे तथा हार्ड कॉपी अपना प्रतिहस्ताक्षर करके संलग्न करेंगे। उन्होने कहा कि सार्वजनिक कुंओं का जीर्णोद्धार जल-जीवन हरियाली अभियान का एक महत्वपूर्ण घटक है। इसे निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाना अत्यावश्यक है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने साप्ताहिक बैठक में इस विषय को शामिल कर इसकी गहन समीक्षा करेंगे। साथ ही अपने क्षेत्र में संचालित सार्वजनिक कुंओं के जीर्णोंद्धार की योजनाओं का सतत् अनुश्रवण एवं निगरानी करेंगे।