नबीनगर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। मानवाधिकार फाउन्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शारदा शर्मा ने लाॅकडाउन में मजदूरों के लिए रोजगार का प्रबंध किये जाने की मांग की है।
उन्होने प्रेस बयान जारी कर कहा कि लाॅकडाउन में मजदूरों को काम नहीं मिल रहा हैं। इस कारण वे परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी तरफ महंगाई आसमान छू रही है। इसके कारण गरीब, मजदूर भुखमरी एवं कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। कहा कि सरकार ने लाॅकडाउन से पहले प्रत्येक घरों मे छह मास्क और साबुन देने की बात कही थी जिसमें 180 करोड़ रूपए खर्च किए जाने वाले थे, पर इसका क्या हुआ? कितने घरों तक मास्क पहुंचा? जबकि मास्क को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा फाईन लिए जा रहे हैं। मास्क लगाना अपने एवं अपने परिवार के सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं लेकिन सरकार की घोषणा के बाद जनता तक न पहुंचे यह कहां तक उचित है?
कहा कि सरकार ने पीडीएस से मई माह का राशन निःशुल्क वितरण कराने की बात कही लेकिन आज तक गरीबों को राशन मुहैया नहीं कराया गया क्योंकि अधिकांश डीलर अपने मांगो को लेकर हड़ताल पर हैं। कहा कि गरीब जनता को भी जीने, खाने और रहने का मौलिक अधिकार है और इन सभी की पूर्ति करना सरकार की नैतिक जिम्मेवारी है। सरकार से आग्रह है कि गरीब, किसान, मजदुर एवं छोटे व्यवसायियों को करोना के साथ साथ भुखमरी एवं कुपोषण से मरने से रोकने हेतु अतिशीघ्र पहल करे। या जाएं। साथ ही जनता से भी निवेदन है कि अपने परिवार को खोना नहीं चाहते हैं तो सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए सुरक्षित घर पर रहें। नाहक घर से बाहर न निकलें।