औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भाकपा माले की एक छः सदस्यीय जिला स्तरीय जांच टीम ने शनिवार को पार्टी के जिला सचिव मुनारिक राम के नेतृत्व में मदनपुर प्रखंड के बेरी, खिरियावां, नोनियाडीह, पनसारा एवं पड़रिया गांव का दौरा किया।
इस दौरान टीम के सदस्यों ने जहरीली शराब के सेवन से मरनेवालों के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर सांत्वना दी एवं मामले की जानकारी प्राप्त की। पीड़ित परिवारों ने टीम को बताया कि अभी तक प्रखंड या जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी हमलोगों के यहां नही आये हैं। मृतक कामेश्वर भुइयां, दिलकेश्वर महतो, कमलेश राम के परिजनों एवं ग्रामीणों ने टीम को बताया कि शवों का पोस्टमार्टम भी नही कराया गया। मदनपुर पुलिस व मदनपुर पंचायत के मुखिया द्वारा कहा गया कि पोस्टमार्टम नही होगा लाश को जला दो। ग्रामीणों ने टीम को बताया कि साल भर पहले एसपी साहब को लिखित आवेदन दिया था कि हमारे यहां शराब बिक रहा है। इसके बाद तीन माह पहले मदनपुर थाना को जानकारी दिया गया था परंतु कोई कार्रवाई नही की गयी। इसी का नतीजा है कि माफियाओं का मन बढ़ता गया और परिणाम सामने है। पुलिस प्रशासन कहती है कि शराब क्यों पीते हो। सवाल है कि शराब पीने की जिम्मेवार जनता है, तो शराब बिक क्यो रहा है। शराब बिकने का जिम्मेवार कौन है।
मदनपुर थाना से मात्र 100 गज की दूरी पर शराब बिकता रहा, पुलिस को क्यों नहीं पता चला? पुलिस और शराब माफियाओं के गठजोड़ का परिणाम है कि इतनी संख्या में लोगो की मौत हुई। टीम के सदस्यों ने कहा कि सरकार ने शराब माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए है। नीतीश सरकार को इतने व्यापक पैमाने पर हुई मौतों के लिए नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।भाकपा माले मांग करती है कि शराबबंदी कानून में फेल हत्यारी नीतीश सरकार इस्तीफा दे। सभी मृतक परिवार के आश्रितों को पांच-पांच लाख मुआवजा मिले। इन सारे सवालो को लेकर पार्टी 30 मई को जिला मुख्यालय में विशाल प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन 12 बजे दिन में गांधी मैदान से निकलकर समाहरणालय तक जाएंगी और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। प्रदर्शन में पीड़ित परिवार के सदस्य भी शामिल होंगे। जांच टीम में भाकपा माले के जिला सचिव के अलावा पार्टी की जिला कमिटी के सदस्य कैलाश पासवान, नौजवान सभा के नेता गुड्डू चंद्रवंशी, औरंगाबाद लोकल कमिटी के सचिव सुनील यादव, करमु पासवान एवं अमित मिश्रा शामिल रहे।