रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। रफीगंज के अरथुआ गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन निर्माण के लिए विस्थापित किये गये 32 महादलित परिवारों के घर का सपना अब शीघ्र ही साकार होगा।
वर्तमान में सभी विस्थापित महादलित परिवार अरथुआ उच्च विद्यालय परिसर में रह रहे है। विस्थापन के समय से इन्हे रहने में काफी कठिनाई हो रही है। जिस जगह का इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन निर्माण के लिए चयन किया गया था, उसी जगह के बगल में इन 32 विस्थापित महादलित परिवारों को गृह निर्माण लिए जमीन आवंटित की गयी थी लेकिन प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृति मिलने में विलम्ब के कारण इनका घर नहीं बन सका। इसके लिए विस्थापित परिवारों ने कई बार आंदोलन भी किया। आबंटित जमीन पर गृह निर्माण कर विस्थापित महादलित परिवारों को बसाने के उदेश्य से ही मंगलवार को औरंगाबाद के उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह, डीआरडीए के डायरेक्टर बालमुकुंद प्रसाद, जिला आवास प्रभारी रविन्द्र कुमार एवं डीपीओ विनय कुमार सिंह ने स्थल निरीक्षण किया।
डीडीसी ने बताया कि 32 विस्थापित परिवारों को पूर्व में 5-5 डिसमिल जमीन दी गयी थी। इसी जमीन पर आवास निर्माण के लिए विस्थापित महादलित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत प्रति विस्थापित परिवार 1 लाख 57 हजार रूपये आवंटित किये गये है। आबंटित राशि की पहली किस्त के रूप में 40 हजार की राशि 27 परिवारों को उनके बैंक खाते में दी जा चुकी है। शेष 5 परिवारों को तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनके बैंक खाते में पैसे नहीं गये है। तकनीकी गड़बड़ी में सुधार के बाद उनके बैंक खाते में भी शीघ्र ही यह राशि भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि विस्थापित परिवारों की बेहतर कॉलोनी बनेगी, जिसमें एक रूम, एक किचन, एक बरामदा शौचालय सहित बनेगा। साथ ही कॉलोनी में पौधारोपन भी किया जाएगा। वही विस्थापितों ने डीडीसी से कहा कि उन्हे आबंटित जमीन का मिट्टी समतलीकरण नहीं हुआ है। वहां पर उच्च वोल्टेज का बिजली तार गुजरा है। डीडीसी ने उन्हे आश्वस्त किया कि शीघ्र ही समतलीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा एवं विद्युत विभाग से संपर्क कर बिजली तार एवं खंभा को हटवाया जाएगा। इस दौरान डीडीसी ने मौके पर ही रफीगंज के बीडीओ उपेन्द्र दास एवं पीओ मिलन को नक्शा के अनुसार जमीन चिन्हित कर शीघ्र ही आवास निर्माण आरंभ कराने का निर्देश दिया। बीडीओ ने कहा कि नदी के किनारे जमीन रहने के कारण सुरक्षा दीवार बना दिया गया है। वही स्थानीय मुखिया विदाई देवी ने सार्वजनिक शौचालय एवं सामुदायिक भवन बनाने की मांग की। इस मांग को भी पूरा किये जाने का डीडीसी ने आश्वासन दिया जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी उपेंद्र दास ने उपस्थित मनरेगा के पदाधिकारी एवं कर्मचारी को युद्ध स्तर पर काम कराने का निर्देश दिया। इस मौके पर आवास पर्यवेक्षक मृणाल कुमार, आवास सहायक, कर्मचारी, मनरेगा अभियंता, उप मुखिया उदय कुमार सहित लाभान्वित उपस्थित थे।