पटना। पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के बाकरगंज में थोक स्वर्ण कारोबारी रंजन कुमार पर पिस्टल तानकर 16.50 लाख रुपये की लूट का मास्टरमाइंड उनका पुराना स्टाफ पीरबहोर निवासी जितेंद्र कुमार ही निकला। हैरानी की बात यह है कि शादीशुदा होने के बावजूद जितेंद्र की एक गर्लफ्रेंड है। गर्लफ्रेंड की आशिकी के चक्कर में पूर्व स्टाफ ने लूट की साजिश रची थी। सराफा कारोबारी से हुई लूट में शामिल पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दोस्तों को भी प्लान में किया शामिल
बताया जा रहा है कि जितेंद्र अपनी गर्लफ्रेंड को गिफ्ट में एक घर देने वाला था। घर बनवाने के लिए जमीन भी देख चुका था। घर बनवाने के लिए रुपयों की जरूरत थी। इसके बाद उसने स्वर्ण कारोबारी को निशाने पर लिया। वह अपने पुराने साथी नटराज गली निवासी गौरव कुमार, कंकड़बाग निवासी अमन कुमार, जक्कनपुर निवासी अभिषेक कुमार और मालसलामी निवासी बजरंगी व खांजेकला निवासी सागर के साथ मिलकर रंजन कुमार से हाथ मिलाया। इन्हें भी रुपयों की जरूरत थी, क्योंकि आनलाइन सट्टा में काफी रुपये हार चुके थे।
आरोपितों के पास से लूटे लाखों रुपये बरामद
जितेंद्र लाइनर का काम किया और उसके साथी दो बाइक पर सवार होकर 19 नवंबर की देर रात बाकरगंज दुकान से घर जा रहे रंजन और उनके स्टाफ को रास्ते में रोक पिस्टल तान उनसे कैश लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने जितेंद्र और उनके साथियों के पास से लूट का 16.50 लाख नकद, लूट की रकम से खरीदा गया मोबाइल और सोनू की अंगूठी, वारदात में इस्तेमाल दो बाइक, एक स्कूटी को भी बरामद किया गया है। एक अन्य अपराधी सागर की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस के डर से एक ने किया सरेंडर
वहीं, पुलिस की लगातार दबिश से बजरंगी कुमार ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि घटना 19 नवंबर की रात की थी, लेकिन पीड़ित अपराधियों की धमकी के बाद सहम गए थे। उन्होंने 21 नवंबर को थाने में इसकी शिकायत की थी। सिटी एसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। अपराधी की शैली और पूर्व में व्यवसायी से हुए लूट में शामिल अपराधियों की कुंडली खंगाली गई।