गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। गोह प्रखंड के मलहद पंचायत के वार्ड नंबर-9 के साव बिगहा गांव में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम(मनरेगा) के तहत हो रहे करहा उड़ाही कार्य में दूसरे गांव से आए मजदूर को कार्य करते देख गांव के मनरेगा मजदूर भड़क गए। उनके द्वारा कार्य करने का विरोध किया।
सूचना पर पहुंचे मुखिया ने कार्य को रोक दिया और गांव के ही मजदूरों को कार्य करने का निर्देश दिया तब जाकर ग्रामीण माने। हुआ कुछ ऐसा कि साव बिगहा गांव में शुक्रवार की सुबह से मनरेगा के तहत सोन नहर से रामपुर तक करहा की उड़ाही कार्य चल रहा था। राजापुर गांव के दर्जनों महिला व पुरुष मजदूर करहा उड़ाही का कार्य कर रहे थे। इसी दौरान गांव के कई मनरेगा मजदूर वहां पहुंच गए और हो रहे कार्य का विरोध करने लगे। विरोध कर रहे मनरेगा मजदूर अशोक कुमार, शेखर कुमार, गौतम कुमार, चन्द्रदीप यादव, सतेंद्र यादव, कृष्णा यादव, लालदेव यादव, मोतीलाल यादव सहित कई जॉब कार्ड धारियों का कहना था कि जब हम लोग गांव में ही जॉब कार्डधारी हैं तो बाहर के मजदूर से कार्य कराए जा रहा है।
मजदूरों का कहना था कि अगर मनरेगा के तहत हो रहे कोई भी कार्य में गांव के जॉब कार्ड धारियों को कार्य नहीं मिलेगा तो हम लोग प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि पंचायत के मुखिया संतोष रजक का कहना था कि इस गांव के जॉब कार्डधारी कार्य नहीं करते हैं। इसीे कारण वार्ड सदस्य द्वारा बाहर के मजदूरों को बुलाया गया था लेकिन जैसे ही हमें पता चला मैं पिछले दिन ही कार्य करने से मना कर दिया था। बावजूद शुक्रवार को भी काम कराया गया। उन्होंने कहा कि शनिवार से बाहर के मजदूर कार्य नहीं करेंगे। इसी गांव के जॉब कार्डधारी कार्य कर अपनी मजदूरी का लाभ लेंगे। वही सूत्रों की माने तो कार्य करवाने को लेकर गांव में दो ग्रुप बन गया है। एक ग्रुप में गांव के आधे लोग शामिल हैं तो दूसरे ग्रुप में गांव के आधे लोग। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक वर्ष कार्य कराने को लेकर गुटबाजी होती है जिसके कारण यहां का विकास कार्य अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि अगर मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों में जॉब कार्ड धारियों को कार्य नहीं मिलेगा तो गुटबाजी होते होते कभी भी मारपीट की घटना घट सकती है।