पशुओं के ईयर टैगिंग कार्य में अफवाहों से सावधान रहे पशुपालक : डीवीओ

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। पशुपालन विभाग ने पशुओं के ईयर टैगिंग कार्य में फैलाये जा रहे अफवाहों से पशुपालकों को सावधान किया है।

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औरंगाबाद के जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅ. ब्रजेश कुमार सिंहा ने बताया कि जिले में कुल छः लाख बावन हजार पशुओं की ईयर टैगिंग का लक्ष्य है। लक्ष्य के विरुद्ध अबतक चार लाख साठ हजार पशुओं के टैगिंग का कार्य किया जा चुका है। विभाग द्वारा 15 जनवरी तक यह कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है परंतु कुछ पशु मालिकों की उदासीनता के कारण विभाग द्वारा चलाये जा रहे ईयर टैगिंग कार्यक्रम में कठिनाई हो रही है। इसके पीछे की वजह सूदूर क्षेत्र में रहनेवाले पशुपालकों के बीच फैली अफवाह है। पशुपालकों के बीच यह अफवाह फेलाई गई है कि टैगिंग कराने के बाद पशु सरकार की हो जायेगी जबकि वास्तविकता यह है कि टैगिंग कराने से पशु मालिक की ही रहेगी अपितु पशुपालन और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा चलायी जा रही योजना का लाभ भी उन्ही पशुपालकों को मिलेगा जिनके कान में ईयर टैग होगा। ईयर टैग में 12 अंको का यूआइडी नम्बर है।

इस योजना से पशु टीकाकरण, चिकित्सा, अगलगी, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से पशु की मृत्यु होने पर मुआवजा, चोरी हो जाने पर नम्बर के आधार पर वास्तविक पशु मालिक की पहचान हो सकेगी। यह भी अफवाह फैलाया गया है कि टैग लगाने पर पशु की खरीद बिक्री नहीं होगी, जो पूर्णतः गलत है। हकीकत यह है कि भविष्य में पशु हाट या मेला आदि में वैसे पशुओं की ही खरीद बिक्री होगी जिनके कान में ईयर टैग होंगे। उन्होने कहा कि नगरीय इलाकों में बेसहारा पशु जो सड़क जाम कर देते है और दुर्घटना का कारण बनते है, ऐसे बेसहारा पशुओं के मालिक की पहचान हो जायेगी और उन पर कानूनसम्मत कार्रवाइ भी की जा सकती है। कहा कि अफवाहों से सावधान करने हेतु प्रचार-प्रसार के लिए जिले के सभी प्रखंडों के सूदूर पंचायतों में विभाग द्वारा पशुपालकों में जागरूकता लाने हेतु प्रचार वाहन भेजा जा रहा है। सभी पशुपालको, जनप्रतिनिधियों, प्रमुख, मुखिया एवं वार्ड सदस्यों बसे उनका अनुरोध है कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे इस कार्य में सहयोग करें। इस कार्य में अच्छे कार्य करने वाले पशु चिकित्सक एवं वैक्सिनेटर को पुरस्कृत किया जायेगा एवं शिथिलता बरतनेवाले पशु चिकित्सक नपेगें। पशुपालन विभाग द्वारा भविष्य में आनेवाली योजनाओं में अच्छे कार्य करने वाले वैक्सीनेटर को ही रखा जायेगा।