औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष सौरभ जोरवाल ने मंगलवार को वज्रपात से सुरक्षा एवं बचाव हेतु एक पखवाड़ा तक चलनेवाले कार्यक्रम की शरुआत की।
इसके तहत 17 मई से से 30 जून तक विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस मौके पर डीएम ने कहा कि पखवाड़ा के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा प्रत्येक परिवार में पम्फलेट का वितरण व परिवार के मुखिया या किसी सदस्य को वज्रपात की घातकता के बारे मे जानकारी देने, कृषि विभाग के किसान सलाहकारों द्वारा किसान परिवार में पम्फलेट का वितरण एवं वज्रपात की घातकता के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिले के संवेदनशील अंचल के 115 ग्राम पंचायतों में वज्रपात से सुरक्षा एवं बचाव के उपाय हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
ये कार्यक्रम पंचायत स्तर पर संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के देखरेख में संपन्न होंगे। स्कूलों के माध्यम से जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। कुल 200 विद्यालयों में यह कार्यक्रम होगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर पम्फलेट एवं अन्य माध्यम से लोगों के बीच जन-जागरूकता चलेगा। सभी अंचल-प्रखंड के पंचायतों में वज्रपात सुरक्षा-रथ का परिचालन आॅडियो एवं पम्फलेट के माध्यम से किया जाना है। साथ ही वज्रपात पूर्व चेतावनी तंत्र के तहत 31 पंचायतों में जलमीनार, सरकारी भवनों में हूटर-सायरन लगवाने का कार्य किया जाएगा जिससे लोगों को ठनका गिरने की पूर्व सूचना प्राप्त हो जाय। इस मौके पर गोपनीय प्रभारी डाॅ. फतेह फैयाज, वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार, अनिषा भारती, जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जिला सलाहकार, मणिकांत, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के कार्यपालक अभियंता एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।