एनएच-2 पर आवागमन हुआ बाधित, बंद का मिलाजुला रहा असर
औरंगाबाद/बारुण/रफीगंज/गोह/मदनपुर(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कृषि बिल को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के मंगलवार को आहुत भारत बंद के समर्थन में औरंगाबाद जिले में महागठबंधन के घटक और अन्य दलों तथा संगठनों के नेता सड़कों पर उतरे। हालांकि किसानों के नाम पर आहुत इस बंद में कही भी किसानों की उत्साहजनक भागीदारी नही दिखी। बंद का असर मिलाजुला रहा। नेताओं ने सारा जोर सड़कों पर ही लगाया। इस कारण जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों और ग्रामीण बाजारों तक बंद कही भी असरदार नजर नही आया। बंद का असर सिर्फ सड़कों पर दिखा। एनएच से लेकर स्टेट हाइवे और प्रखंड मुख्यालयों की सड़के जाम हुई। जाम में वाहन फंसे, लोग फंसे, कराहे और परेशान हुए। फिर दोपहर में जाकर सब कुछ सामान्य हो गया। सड़कों पर वाहन चलने लगे।
http://भारत बंद : बिहार में कहीं ट्रेन रोका, कहीं सड़क पर बैठे बंद समर्थक
औरंगाबाद शहर में बंद समर्थक नेताओं की टोली सुबह के सात बजे से ही सड़कों पर उतर कर अपना दम खम दिखाने लगी। नेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग(एनएच) संख्या-दो जीटी रोड पर धरना देकर यातायात को पूरी तरह से बाधित कर दिया। जीटी रोड पर वाहनों का आवागमन बाधित होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान महागठबंधन एवं विभिन्न पार्टियों के नेता कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर पूरी तरफ से एकजुट दिखे। नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बंद के दौरान नेताओं ने शहर के रमेश चौक एवं कामा बिगहा मोड़ के पास सड़क पर ही धरना पर बैठकर भारत बंद का समर्थन किया। साथ ही युवा नेताओं ने रमेश चैक के पास रद्दी टायरों को वैसे जलाया जैसे किसान पराली जलाते है, जिसके जलाने पर भी अब रोक है।
बंद में कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह, राजद के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक सुरेश मेहता, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, राजद के जिला प्रवक्ता डॉ. रमेश यादव, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष उदय उज्ज्वल, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव, अक्षय पासवान, माले नेतागण, राजद नेता सुबोध कुमार सिंह सहित दर्जनों नेता शामिल नजर आये।
बंद के समर्थन में जन अधिकार पार्टी(लोकतांत्रिक) के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की टोली भी सड़क पर उतरी। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, वरीय नेता उमेश कुमार यादव, रामजन्म यादव, रामपुकार गुप्ता, सुभाष गुप्ता, विजेंद्र यादव, पंकज कुमार, देवेश कुमार, रंजन कुमार, रजनीश कुमार, विनय कुमार, धनंजय मालाकार, एवं अन्य नेता सड़क पर नजर आये। बंद के दौरान पुलिस भी अलर्ट रही और जगह-जगह गश्त करते हुए स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनाए रखी गयी।
बारुण प्रखंड में बंद समर्थकों ने केशव मोड़, जोगिया मोड़ एवं अन्य स्थानों पर एनएच-2 को जाम कर प्रदर्शन किया। बंद में अन्य नेताओं के साथ नवीनगर के राजद विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डबलू सिंह भी शामिल नजर आये। बारुण में राजद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन भी किया। बंद कराने में राजद के प्रखंड अध्यक्ष अनिल टाईगर, जिला महासचिव चंदन सिंह, बलराम सिंह एवं अन्य शामिल रहे।
वही भारत भू-किसान समिति के अध्यक्ष भोला यादव ने अर्द्धनग्न होकर जाप नेता अमन यादव, सुजीत यादव, चौटाला एवं अन्य के साथ बारुण में बंद के समर्थन में उतरे। कहा कि सरकार को किसान विरोधी काले कानून को वापस लेना होगा, नहीं तो हम लोग आज रोड जाम किए हैं और आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज होगा और हम लोग तब तक लड़ते रहेंगे जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी।
रफीगंज में किसानों के समर्थन में महागठबंधन के सभी दल एक साथ सड़क पर उतरें। रफीगंज-शिवगंज मुख्य पथ को घंटों जाम किया। सड़क पर टायर जलाकर विरोध जताया और भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के मुर्दाबाद के भी नारे लगाए। बंद समर्थकों में पूर्व जिला पार्षद अरविंद यादव, युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष जुबैर अंसारी, राजद के प्रखंड अध्यक्ष रणविजय यादव, वरिष्ठ नेता नुरुल होदा खान, राजद के प्रदेश महासचिव संजय यादव, छात्र राजद के प्रखंड अध्यक्ष सल्लू यादव, यादव सेना के जिलाध्यक्ष विक्की सिंह यादव, पूर्व मुखिया मो. असलम अंसारी एवं दीपक यादव आदि शामिल रहे। इस दौरान पुलिस प्रसाशन की भी तैनाती रही।
गोह में महागठबंधन के घटक दलों के नेता खासकर राजद के कार्यकर्ता सुबह-सबेरे ही राजद कार्यकर्ता भारत बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरे। बंद में राजद मजदूर प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अजय यादव, राजद के प्रखंड अध्यक्ष ललन चैरसिया, राजद नेता श्याम सुंदर, सुरेश यादव, युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार यादव, किसान प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार, प्रखंड उपाध्यक्ष विकास यादव, शत्रुंजय यादव, युवा राजद के प्रवक्ता गुड्डू यादव, चंद्रकांत यादव, मनीष यादव, ओमप्रकाश यादव, सूरजभान कुमार, गया यादव, लूटन यादव, राजू कुमार, अरविंद दास, चंद्रशेखर यादव एवं सत्येंद्र यादव आदि शामिल रहे।
किसानों के भारत बंद के समर्थन में राजद व अन्य दलों के नेता मदनपुर में मंगलवार को सड़क पर उतरें। इस दौरान किसान बिल को काला बिल और किसान विरोधी करार देते हुए रफीगंज के राजद विधायक मो. नेहालुदीन खान ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार किसान विरोधी है। यह बिल किसानों के हित में नहीं बल्कि पूंजीपतियों, कारपोरेट लोगो के हित में बनाया गया कानून है। सरकार इस बिल को वापस ले और किसानो के हित वाला बिल पारित करे। सरकार ने अन्नदाता किसानों की आय दुगुनी करना नहीं बल्कि उन्हें कर्ज के गर्त में डुबो देना चाहती है।
किसान बिल के विरोध में रोड जाम करने वालों राजनीतिक दलो के नेता व कार्यकर्ताओं में राजद के प्रखंड अध्यक्ष उमेश पासवान, मुखिया दयानंद कुशवाहा, पूर्व मुखिया सरफराज आलम, राजद के वरीय नेता रवीन्द्र कुमार यादव, कम्युनिष्ट नेता महेन्द्र यादव, बीरेन्द्र प्रसाद, मुखिया संजय यादव, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह सहित अन्य लोग शामिल थे। बंद का दाउदनगर, ओबरा, नबीनगर, देव, हसपुरा, अम्बा प्रखंड में भी मिलाजुला असर दिखा। हालांकि सभी जगहों पर बंद समर्थकों में राजनीतिक दल के प्रतिनिधि अधिक और किसानों की संख्या नगण्य रही।