लौकहा डाकघर में लाखों का फर्जीवाड़ा : खातों से रकम गायब, पासबुक लेकर लोग लगा रहे डाकघर का चक्कर

मधुबनी(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। मधुबनी जिले के प्रखंड के लौकहा डाकघर ( सब पोस्ट ऑफिस) ने जबरदस्त फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है। वर्ष 2015 से 2018 की अवधि में जिन लोगों ने वहां खाते खुलवाकर रकम जमा की थी उनकी सारी रकम गायब हो गई। इस डाकघर से जुड़े 8 शाखा डाकघरों के माध्यम से कई लोगों ने बचत खाते खुलवाकर अपनी सारी कमाई उनमें जमा की थी। सारी रकम उड़ा ली गई।

प्रखंड की परसाही पश्चिमी पंचायत के गोइत परसाही रवि रंजन कुमार राजा ने वर्ष 2016 में सावधि जमा( टर्म डिपॉजिट) के दो खातों में कुल 7 लाख 96 हजार रुपए जमा किए थे। 3 साल की अवधि पूरी होने पर 11 लाख से अधिक मिलने थे। वर्ष 2019 में जब रकम निकासी करने लौकहा डाकघर पहुंचे तो बताया गया कि सारी रकम निकाल ली गई है। और खाता खाली है। बाघा कुशमार के भोला साह के साथ भी ऐसा ही हुआ। उनके सावधि जमा खाते में जमा 2 लाख की पूरी रकम फर्जीवाड़ा कर इसी तरह निकाल ली गई।

लौकहा में डाक अधीक्षक से मिलने पासबुक लेकर आए फर्जीवाड़े के शिकार जमाकर्ता।

घोघरडीहा की इंद्र कला देवी ने वहां मासिक आय योजना के तहत खाते खुलवाकर उसमे 3 लाख जमा किए थे। कुछ महीनो तक उन्हें 2100 रुपए की दर से भुगतान भी किया गया किंतु बाद में बताया गया की सारी रकम निकल गई है। बहुत बड़ी संख्या में आल्पाय वर्ग के 200 से अधिक लोगों ने वक्त जरूरत के लिए शाखा डाकघरों के माध्यम से रकम जमा की थी। उनकी जमा रकम का लौकहा डाकघर में कोई रिकॉर्ड भी नहीं रखा गया और ना रकम सिस्टम में आई सारी रकम निकाल ली गई। लोग अब पासबुक लिए डाक विभाग के अधिकारियों से फरियाद करते फिर रहे है। इस फर्जीवाड़े को वर्ष 2015–2018 की अवधि में अंजाम दिया गया। जब संभू प्रसाद यादव वहां के पोस्ट मास्टर थे।

बीते शुक्रवार ( 7 जनवरी) को जब डाक अधीक्षक मधुबनी लौकहा डाक घर आए तो खबर पाकर परेशान जमाकर्ता पासबुक लेकर उनके पास फरियाद करने आ जुटे। उन्होंने दरखाशत लिए और जांच का भरोसा देकर चले गए। इस फर्जीवाड़े के संबंध में डाक अधीक्षक महेश प्रसाद दैव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि लौकहा डाकघर के रिकॉर्ड भी गायब है। और विभाग मामले की छानबीन कर रहा है। यह पूछने पर कि लौकहा के तत्कालीन पोस्ट मास्टर संभू प्रसाद यादव के मधुबनी मुख्य डाकघर में स्थानानंतरण, इसके बाद निलंबन और कुछ दिनो बाद निलंबन मुक्त किए जाने का क्या कारण है।

वे साफ तौर पर कुछ नहीं बताए। कहां कि निलंबन मुक्त करने का निर्णय अधिकारियों की एक पैनल द्वारा किया जाता है। कारमेघ उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया एवं वर्तमान पैक्स अध्यक्ष विनोद सिंह ने इस फर्जीवाड़े में जांच की सुस्त रफ्तारी पर चिंता व्यक्त करते हुए निगरानी विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच किए जाने की मांग की है। फर्जीवाड़े के शिकार लोगों को लौकहा डाकघर के वर्तमान पोस्टमास्टर अरविंद कुमार यादव से भी शिकायत है कि जब अपने परेशानी को लेकर उनसे मिलने जाते है। तो सीधे मुंह बात नहीं करते है। इस संबंध में पूछने पर वर्तमान पोस्टमास्टर ने कहां कि उस वक्त के खातों में जमा रकम का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। तो वे क्या करे।

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