औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थस्थल देव में भगवान भाष्कर के जन्मोत्सव अचला सप्तमी पर सूर्यदेव की हुई विशेष पूजा के दौरान उन्हे लगाया गया भोग आकर्षण का केंद्र रहा।
भोग लगाने के लिए सूर्य मंदिर के पुजारियों के देखरेख में कुशल कारीगरों ने गंगा जल मिले पानी से स्नान कर पूरी शुद्धता के साथ सूखे मेवों को मिलाकर कुल 1100 किलो खीर तैयार की। साथ ही मालपुआ का पकवान तैयार किया गया।
सूर्यदेव को लगा 1100 किलो खीर का भोग
दोनों पकवानों को षोडशोपचार तरीके से सूर्यदेव को पूजन करते हुए पुजारियों ने अर्पित किया। विधि विधान से प्रसाद अर्पण के दौरान ऐसा लगा मानो सूर्यदेव साक्षात मौजूद होकर पकवानों को ग्रहण कर रहे है।
इस दौरान श्रद्धा और भक्ति की अलौकिक छटा बिखरती नजर आई। पूजा-आराधना के बाद भगवान को लगाये गये राग भोग को श्रद्धालुओं और भक्तों के बीच महा प्रसाद के रुप में वितरित किया गया। प्रसाद पाकर श्रद्धालुओं और भक्तों ने खुद को धनभागी माना।