जाने-कैसे जीतने वालों का धन-धना धन होगा धनतेरस, खुशियों की कैसी होगी दीवाली, हारने वाले दिलजलों का दीप के साथ कैसे जलेगा दिल

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार विधानसभा चुनाव-2020 की मतगणना दीपावली के चार दिन पहले यानी 10 नवम्बर को होगी। चुनाव परिणाम आएगा, तो कहीं दीप जलेंगे तो कहीं दिल। जीतने वालों का धनतेरस भी धन-धना धन होगा। ओबरा-गोह के कुछ एक जीतने वालों की गोवर्द्धन पूजा भी शानदार हो सकती है। ऐसे में महशर शायर शकील बदायूंनि की यी शायरी-‘‘अब हवाएं ही करेंगी रौशनी का फैसला, जिस दीएं में जान होंगी वो दीया रह जाएगा’’.इस बार के चुनावी परिदृश्य पर पूरी तरह फिट बैठ रही है।

http://जाने- कैसे खत्म हुई परम्परा- चुनाव आयोग पर कैसे बढ़ा भरोसा, अब क्यों नही लगता स्ट्रांग रूम के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों का डेरा


पहले ही चरण में वोटरों ने इवीएम में कैद कर दिया है फैसला-पहले चरण में औरंगाबाद जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं ने 28 अक्टूबर को अपना फैसला इवीएम में कैद कर दिया है। अब बस परिणाम सामने आने की देर है। दीपावली से चार दिन पहले 10 नवंबर को आने वाले परिणाम का हर किसी को इंतजार है। देखना है कि कहा दीप जलते है और कहा दिल। इस बीच चुनाव समाप्त होने के बाद मतगणना की तारीख आने के बीच अब भी उम्म्ीदवार और उनके समर्थक चुनावी गणित सुलझाने में उलझे हुए है।

औरंगाबाद जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों एवं विभिन्न गांवों में चैक-चैराहों व चाय-पान की दुकानों पर महागठबंधन और एनडीए समर्थकों के बीच वोट के प्रतिशत और जातीय समीकरण के आधार पर गणितीय आंकड़ों की समीक्षा लगातार जारी है। सभी अपने-अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित बता रहे हैं। अन्य पार्टी के लोग व निर्दलीय उम्मीदवार भी पोलिंग के आधार पर जीत हार का कयास लगाने में व्यस्त है। मतदाताओं की मानें तो कहीं त्रिकोणीय तो कहीं आमने-सामने की लड़ाई है। दोनों गठबंधनों के बीच ही मुख्य चुनावी प्रतिस्पद्र्धा होने के कारण दोनों में से किसी एक को लोग जीत हार का दावेदार बता रहे है। विशेष कर सुबह और शाम में इस चुनावी चर्चा में लोग काफी दिलचस्पी ले रहे है। प्रत्याशी से नाराजगी व विकास के मुद्दों को लेकर कही-कही वोट का बहिष्कार होने से भी इस बार नेतृत्व परिवर्तन होने की प्रबल संभावना लोगों की जुबानी सुनने को मिल रही है। वैसे ताज किसके सर सजेगा यह काउंटिंग के बाद ही पता चल पायेगा। ऐसे में अब सबकी निगाहे मतगणना पर टिकी है।