किसान आंदोलन : टस से मस नहीं हो रहे आंदोलनकारी

नई दिल्ली (विद्या भूषण शर्मा)। बढती ठंड़ और खराब मौसम के बावजूद बार्ड़र पर 44 दिन से ड़टे किसान टस से मस नहीं हो रहे हैं। वे नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अटल हैं। कानूनों में संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को वे मानने को तैयार नहीं है। अपनी मांगों के लिए वे हर कुर्बानी देने की बात कर रहे हैं। दिन प्रतिदिन बार्ड़र पर किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इससे आंदोलनकारियों का हौसला बुलंद है। पंजाब‚ हरियाणा और पश्चिमी उतर प्रदेश से बड़ी संख्य में किसान बार्ड़र पहुंचे।

शुक्रवार को किसानों और केंद्र सरकार के बीच विज्ञान भवन में हुई बैठक पर भी किसानों की निगाहें टिकी रहीं। लेकिन बैठक में कोई हल नहीं निकला। अगली बैठक अब 15 जनवरी को होगी। पंजाब के मानसा जिले से आए किसान नेता कृपाल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बैठक के नाम पर किसानों को मात्र गुमराह कर रही। अगर सरकार चाहती तो पहले ही इस समास्या का समाधान हो जाता‚ लेकिन सरकार को किसानों की चिंता नहीं है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर हमारी मांगें नहीं मानी तो यह आंदोलन चलता रहेगा। हम बिना जीत हासिल किए घर लौटने वाले नहीं हैं। उधर‚ किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। बार्ड़र पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है।

एलईड़ी स्क्रीन और लाउड़स्पीकर लगाए

सिंघु बार्ड़र पर बड़ी संख्या में किसानों का जमावड़ा है। ऐसे में मंच से किसानों के बीच वक्ताओं की आवाज पहुंच सके‚ इसके लिए किसानों ने वहां एलईड़ी स्क्रीन के अलावा लाउड़स्पीकर भी लगाए हैं‚ ताकि किसान मंच पर होने वाली गतिविधियों को स्क्रीन पर देख सकें और आवाज भी सुन सकें।

ठंड़ से बचने के लिए अलाव बना सहारा

शुक्रवार सुबह एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली‚ जिससे ठंड़ बढ़ गई। सिंघु‚ टिकरी व गाजीपुर बार्ड़र पर किसान अलाव तापते नजर आए‚ तो वहीं दूसरी तरफ कुछ किसान अपनी ट्रलियो में कंबल और रजाइयो से बाहर नहीं निकले।

जूता पालिश कर सेवा कर रहे लोग

दिल्लीवासी भी सेवा भाव से बार्ड़र पर पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली के तिलक नगर से कुछ लोग सिंघु बार्ड़र पहुंचे। इन लोगों ने किसानो को कंबल बांटे और जूता पालिश कर सेवा की। तिलक नगर से आए हरपाल सिंह ने कहा कि जूता पालिश करना हमारे धर्म में सबसे बड़ा पुण्य का काम है‚ फिर किसान तो अन्नदाता हैं‚ ऐसे में इनका जूता पालिश करना सौभाग्य की बात है।

बुराड़ी किसानो को बांटा लंगर

बुराड़ी मैदान में डे़ढ महीने से ड़टे किसानों की मदद के लिए भी लोग पहुंच रहे हैं। शुक्रवार दोपहर कुछ लोग दरियागंज इलाके से आए। उन्होंने किसानों को खाने–पीने का सामान और कंबल आदि दिया।