औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। नहाय खाय के साथ लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ बुधवार को प्रारंभ हो गया। दूसरे दिन गुरुवार को खरना है। जहां दिनभर व्रती उपवास रखकर चूल्हे पर बिना बेले रोटी, चावल, गुड़ का खीर बनाती हैं जो प्रसाद के रूप में लोगों को खिलाया जाता है।
शुक्रवार को छठ व्रत है जहां शाम को पीले वस्त्र धारण कर छठ मैया के प्रसाद स्वरूप नाना प्रकार के पकवान फल फूल के साथ सूप दउरा सजाकर वर्ती अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। वही दूसरे दिन शनिवार की सुबह उदयीमान भगवान भास्कर को दूध से अर्घ्य देकर व्रती कई प्रकार की मन्नतें मांगेगी।
छठ महापर्व को लेकर बाजार में काफी चहल-पहल बढ़ गया है। व्रतियों द्वारा छठ पूजा की सामग्री की खरीदारी की जा रही है। बढ़ती महंगाई का असर बाजार में दिख रहा है। व्रती सुप, दउरा व अन्य सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि कोरोना काल के कारण कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए पर्व मनाना है।