औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ की औरंगाबाद जिला कमिटी की बैठक रविवार को शहर के एक निजी होटल के सभागार में संपन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जगन्नाथ सिंह ने की जबकि संचालन जदयू के वरीय नेता तेजेन्द्र कुमार सिंह ने किया। बैठक में जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के सभी प्रखंडों के अध्यक्ष एवं प्रकोष्ठ के सभी नेता मौजूद थें। बैठक में शिक्षा प्रकोष्ठ की जिला स्तरीय कार्यकारिणी के शीघ्र गठन करने पर विचार विमर्श किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2005 के पहले बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट थी। पिछ्ड़ा, अतिपिछड़ा, दलित एवं महादलित के बच्चों एवं बच्चियों के स्कूल जाने की प्रतिशत घट गया था। जब 2005 में नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार बनी तबसे लेकर आजतक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हुए हैं। उसी का प्रतिफल है कि शिक्षा की व्यवस्था मे भारी सफलता मिली है। इसके लिए राज्य सरकार शिक्षा की क्षेत्र में अपने बजट को एक बड़ा आकार देकर प्राईमरी स्कूल से लेकर महाविद्यालय तक छात्रों एवं छात्राओं के लिए स्टुडेंट्स क्रेडिट कार्ड एवं स्टाईपेंड देकर शिक्षा के स्तर को उपर उठाने का काम किया। बैठक को संबोधित करते हुए जदयू के वरीय नेता तेजेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार में जो परिवर्तन दिख रहा है, उसका सारा श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है।
बैठक में प्रकोष्ठ के प्रखंड के अध्यक्षों को मनोनयन पत्र भी जिलाध्यक्ष द्वारा दिया गया। साथ ही जिले के नेताओं एवं सभी प्रखंड अध्यक्षों को फूल माला एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया। प्रखंड के अध्यक्षों को पन्द्रह दिन के अंदर प्रखंड की कमिटी गठित करने लेने को कहा गया है। सभी ग्यारह प्रखंड के अध्यक्षों द्वारा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष को एवं जदयू के वरीय नेताओं को बड़ा माला देकर सम्मानित भी किया। बैठक को जिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुमताज अहमद जूगनू, जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चंन्द्रवंशी, जहिर अहसन आजाद, राजकुमार सिंह, लक्ष्मी प्रसाद, उपेन्द्र कुमार सिंह, जीतेन्द्र सिंह चंन्द्रवंशी, मुखिया बसंत मेहता, ब्रजेश सिंह, रफीगंज के प्रखंड अध्यक्ष बब्लू कुमार, मोनू कुमार, अमृतेश कुमार, सुरेन्द्र कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह, बिनय कुमार सिंह, अंनत कुमार, गौतम कुमार, एवं नरेंद्र कुमार ने भी संबोधित किया।