जनसंपर्क संवाद यात्रा में जदयू ने भाजपा व नरेंद्र मोदी को कोसा.           विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा-राजपूत विरोधी हैं भाजपा व नरेंद्र मोदी, 2024 में मार्गदर्शक मंडल में फेंक दिए जाएंगे राजनाथ सिंह

पूर्व सांसद मीना सिंह बोली-बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए 2024 में नीतीश को पीएम बनाएं

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जनता दल यूनाइटेड ने भारतीय जनता पार्टी को राजपूत विरोधी करार दिया है।

जदयू के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष व मुख्य प्रवक्ता विधान पार्षद संजय सिंह ने पार्टी द्वारा शहर के नगर भवन में सोमवार को आयोजित जनसंपर्क संवाद यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में भाजपा के गोवा अधिवेशन में राजपूत समाज के नेता राजनाथ सिंह ने उस वक्त पार्टी के सीनियर नेता के हैसियत से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव लाया था। उसी प्रस्ताव के आलोक में नरेंद्र मोदी भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का चेहरा बने और सरकार बनने पर प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी को राजनाथ सिंह को सरकार में नंबर दो की हैसियत देते हुए गृहमंत्री का पद दिया लेकिन 2019 में नरेंद्र मोदी ने उनकी इस हैसियत में कटौती करते हुए अमित शाह को नंबर-2 यानी गृहमंत्री की कुर्सी दी और राजनाथ सिंह को नंबर-3 पर धकेलते हुए रक्षा मंत्री बना दिया। यही स्थिति रही तो राजनाथ सिंह 2024 में दुध में पड़ी मक्खी जैसे फेंक दिए जाएंगे। वें भी लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के रास्ते पर मार्गदर्शक मंडल में धकेल दिए जाएंगे। इससे आप समझ सकते है कि नरेंद्र मोदी किस हद तक राजपूत समाज के विरोधी है। उन्होने कहा कि मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सिपाही हूं। उनके आदेश पर अपने समाज को जगाने, भाजपा और नरेंद्र मोदी से राजपूत समाज को सावधान कर रहे है। कहा कि नीतीश कुमार किसी एक समाज के नही बल्कि सर्व समाज के नेता है। वें सर्व समाज के भले की सोंचते है। उन्होने राजपूत समाज का भी सर्वाधिक भला किया है। आज की तारीख में हमारे समाज के आइएएस और आइपीएस अधिकारी विभिन्न जिलों और सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे है। मेरे जैसे आदमी को उन्होंने लगातार तीन बार से विधान पार्षद बना रखा है। हमारे और भी साथी सरकार और पार्टी में सम्मानजनक हैसियत में है। श्री सिंह ने कहा कि जब हमारे नेता नीतीश कुमार ने आपके समाज के लिए दिल खोलकर इतना कुछ किया है, तो इसकी मजदूरी देना भी आपका फर्ज बनता है। आप हमें वचन दे कि 2024 के लोकसभा चुनाव में हमारे उम्मीदवार को वोट के रूप में यह मजदूरी देंगे। इसपर लोगो के हामी भरने पर उन्होने औरंगाबाद की राजनीति पर ईशारे में कहा कि कमाने वाला ही खाएंगा, लूटनेवाला जाएंगा, नया सवेरा आएंगा।

कार्यक्रम को संबोधित करती हुई आरा की पूर्व सांसद मीना सिंह ने कहा कि हमारे समाज को नीतीश कुमार ने बहुत कुछ दिया है। सवर्ण समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 10 प्रतिशत दिया गया आरक्षण जैसी बहुत सारी चीजे शामिल है। उन्होने कहा कि नीतीश कुमार सर्व समाज के साथ बिहार हित की सोंचते है। उनकी सोंच बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की है, पर यह सोंच नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बने बगैर पूरी नही होनेवाली है। इसलिए 2024 में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाइए। इसके लिए हमारे समाज को हमारे लिए सोंचना होगा, जिसकी उन्हे पूरी उम्मीद है।

वही कार्यक्रम में बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व सदस्य छोटे सिंह ने कहा कि हम राज्य की आबादी के आठ प्रतिशत है लेकिन 18 प्रतिशत की ताकत रखते है। कहा कि आज राजपूत की ताकत से ही नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री है। कहा कि राजपूत के बिना कोई पीएम, कोई सीएम नही बन सकता। कोई सरकार नही बन सकती। हम सरकार बनाते है लेकिन सरकार बनने पर ये हमें भूला देते है, पहचानते तक नही और हमारी उपेक्षा करने लगते है। ऐसे में मूर्ख बनने के बजाय सावधान रहने की जरूरत है।

कार्यक्रम को रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह, पार्टी के वरीय नेता ओमप्रकाश सेतु, वरीय नेत्री डॉ. निशा सिंह, देव के बेढ़ना पंचायत की मुखिया निशा सिंह, मुखिया संघ के अध्यक्ष सुजीत कुमार सिंह एवं अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने की जबकि संचालन पार्टी के औरंगाबाद सदर प्रखंड अध्यक्ष अजिताभ कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने किया। कार्यक्रम में राजद नेता सुबोध सिंह, जदयू नेता तेजेंद्र कुमार सिंह एवं उंकारनाथ सिंह समेत सैकड़ो राजपूत समाज के लोग मौजूद रहे।