बढ़ती महंगाई, खाद्य सामग्री पर जीएसटी व देश में अग्निवीर अध्यादेश के विरोध में जाप ने दिया धरना

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जन अधिकार पार्टी(लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव तथा प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा के निर्देश पर बिहार में बढ़ती महंगाई, खाद्य सामग्री पर जीएसटी एवं देश में अग्निवीर अध्यादेश लाए जाने के विरोध में पार्टी की जिला कमिटी ने शनिवार को औरंगाबाद में महाधरना दिया।

धरना की अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष भोला यादव ने की। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में दानीबीघा बस स्टैंड में दिन 11.00 बजे से पूर्वाहन 4.00 बजे तक धरना चला। उन्होंने कहा कि देश आज विकट परिस्थिति के दौर से गुजर रहा ह।ै जब से बीजेपी सरकार देश में आई है। सबसे ज्यादा अगर टैक्स देश में किसी सरकार ने आम जनता से वसूला है, वह बीजेपी की सरकार है। आम गरीब जनता के चीनी, आटा, सरसों तेल, पेट्रोल, दूध दही, बच्चों के खाद्य पदार्थ पर जीएसटी लगाकर यह सरकार आम जनता पर अत्याचार कर रही है। सुजीत उर्फ चुन्नू यादव ने कहा कि देश में सरकार के सीने में दिल है ही नहीं और वह दिल से जनता के बारे मे सोचती नहीं। बढ़ती महंगाई से त्राहिमाम कर रहे है रोज काम कर खाते हैं। प्रदेश महासचिव संदीप समदर्शी जाप ने कहा कि जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है। अग्निवीर देश के लिए खतरा है। पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि देश के युवा बीजेपी सरकार को कभी माफ नहीं करेेंगे। घटराइन पंचायत के मुखिया व महासचिव संजय सिंह ने कहा कि देश के किसानों और रिक्शा वालों एवं गरीब जनता पर जीएसटी भारी पड़ने वाला है।

जिलाध्यक्ष भोला यादव ने कहा कि बिहार में अकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुश्किल से 15 परसेंट धान का रोपनी हुआ है। अगर बिहार में अकाल होता है तो बिहार सरकार के पास अनाज भंडारण कभ् इतन्भ् क्षमता नहीं है कि अपने राज्य के लोगों को अनाज उपलब्ध करा सकें जब धान की खेती नहीं होगी, जानवरों का चारा कहां से लोग उपलब्ध कराएंगें। सरकार कान में तेल डाल कर सोई हुई है। औरंगाबाद में कई बार सांसद और विधायक-मंत्री तक जनता का वोट लेकर बने कूटकूट डैम के नाम पर बहुत आंदोलन हुआ जिला में परंतु सब का एक ही रिजल्ट जीरो। औरंगाबाद जिला में एनपीजीसी परियोजना जब लगाई जा रही थी उस समय एनपीजीसी मे बिशुनपुर कैनाल बीचो-बीच आने से पूर्ण रूप से बंद हो गए। एनटीपीसी के अधिकारी ने यह वादा किया था कि बिशुनपुर कैनाल बंद होने के उपरांत जितनी भी गांव इस बिशुनपुर कैनाल से सिंचित होती थी उनको पीएचडी के माध्यम से सिंचाई के लिए बोरिंग उपलब्ध कराई जाएगी किंतु आज परियोजना के तीनों यूनिट प्रगति पर है। सुचारू रूप से बिजली सप्लाई करने लगे हैं। लगभग 25 गांव आज भी इसी उम्मीद में है कि एनपीजीसी हमारे लिए कोई सिंचाई के साधन का प्रबंध करेगा। जिला प्रशासन से आग्रह है कि इस विषय को अविलंब संज्ञान में लेते हुए बिशुनपुर कैनाल के लिए विकल्प के रूप में बचे हुए नहर के अवशेष में पानी उपलब्ध कराएं अन्यथा इस अकाल भरे स्थिति में किसान काफी आक्रोशित है, वे कभी भी बिशुनपुर कैनाल के मुद्दे को लेकर रोड पर उतर सकते हैं। 5 साल से क्षेत्र के किसान भगवान भरोसे जिंदा है। अधिक मात्रा में वर्षा नहीं होने के कारण हजारों हजारों एकड़ जमीन वीरान पड़ा हुआ है। इस बार बिस्कोमान द्वारा खाद का किल्लत अभी से ही शुरू हो गया है। जिला प्रशासन को इस पर भी ध्यान आकर्षित करना चाहिए। जिला में खाद का भंडारण आवश्यक है अन्यथा हर वर्ष की भांति इस साल भी किसानों को अनेक प्रकार की कठिनाई होगी। धरना में पूर्व छात्र नेता दुलारे पंचायत के मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष विजेंद्र यादव, युवा जाप के जिलाध्यक्ष विजय उर्फ गोलू यादव, डॉ उमेश यादव, कानूनी सलाहकार राजीव रंजन शर्मा, हरे गुप्ता, धनंजय मालाकार, धनंजय सिंह, अरविंद मालाकार, पैक्स अध्यक्ष आशुतोष कुमार, पूर्व प्रत्याशी बबन यादव, मुन्ना कुमार, प्रदेश सचिव वीरेंद्र सिंह, कार्यालय सचिव रामजन्म यादव, विधानसभा प्रत्याशी सुभाष गुप्ता, राजू रंजन हाथरस, टोनी सिंह, लल्लू सिंह, छात्र नेता सुजीत कुमार एवं रंजन कुमार आदि शामिल रहे।