गोली लगने से घायल औरंगाबाद निवासी दारोगा रश्मि रंजन की इलाज के दौरान हुई माैत

  • आइजीआइएमएस में चल रहा था इलाज
  • पांच दिनों से चल रहा था उपचार, मूल रूप से औरंगाबाद निवासी थे रश्मि

पटना। पटना हवाई अड्डा थाना क्षेत्र में पटना जिला बल के दारोगा रश्मि रंजन ने गत बुधवार को स्वयं को फ्लैट के बाथरूम में सरकारी पिस्टल से गोली मार ली थी, जिनका आइजीआइएमएस, पटना में उपचार चल रहा था। उपचार के क्रम में रविवार की दोपहर उनकी मौत हो गई।

पोस्टमार्टम के बाद शव को पुलिस लाइन भेजा गया, जहां श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पुलिस की मानें तो फर्द बयान में बताया गया कि सरकारी पिस्टल की सफाई के दौरान गोली चल गई और सिर में लग गई थी। वह मूल रूप से औरंगाबाद जिले के देव थानांतर्गत श्रीनगर अहरी के निवासी थे। बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के लिए वर्ष 2009 में उनका चयन हुआ था, वह स्पीडी ट्रायल शाखा में तैनात थे।

वह पटना के सिगोड़ी समेत कई थानों में थानेदार भी रहे थे। वर्तमान में उनकी तैनाती स्पीडी ट्रायल शाखा में थी। हत्या के मुकदमे की वजह से उनकी इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नति नहीं हुई थी। बताया जाता है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के दौरान ही उनके विरुद्ध औरंगाबाद जिले में एक हत्या का मुकदमा किया गया था। हवाई अड्डा थाने की पुलिस घटनास्थल से सरकारी पिस्टल को जब्त कर लिया था।

घटना के बाद पहले दिन उन्हें राजा बाजार स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वह जीवन समर्थन प्रणाली (लाइफ सपोर्ट सिस्टम) पर थे। कुछ घंटों के बाद उन्हें गंभीर हालत में आइजीआइएमएस में भर्ती कराया गया था। दो वर्ष पूर्व उन्हें जुड़वा पुत्र हुए थे। परिवार ने गत वर्ष 27 दिसंबर को दोनों का जन्मदिन मनाया था।

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