औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भ्रष्टाचार प्रतिरोध संघर्ष मोर्चा ने जेलों में बंद विचाराधीन कैदियों के कोरोना वैक्सिनेशन के लिए पहचान प्रमाण की अनिवार्यता में छूट की मांग की है।
मोर्चा की बिहार-झारखंड सांगठनिक राज्य कमिटी के सचिव आलोक कुमार ने औरंगाबाद मंडल कारा के अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा है कि वर्षों से कारा मे बंद विचाराधीन एवं सजायाफ्ता बंदियों मे कुछ लोगों के पास आधार कार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र होगा लेकिन बहुत वैसे लोग हैं जिनके पास आधार कार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र नहीं है लेकिन उनका पहचान और पता कारा मे प्रवेश के समय कारा कार्यालय के अभिलेख मे कलमबंद किया जाता है जिसके अधार पर बंदियों का टीकाकरण किया जा सकता है।
जेल प्रशासन द्वारा आधार कार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र उनके परिजनों से मांगना और तब कोरोना टीकाकरण किए जाने का मापदंड उचित नही होगा। जेल प्रशासन आधार कार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र उपलब्ध कराने पर ही कोरोना टीकाकरण किया के निर्णय पर सहानुभूति पूर्वक पुर्नविचार करते हुए शत-प्रतिशत बंदियों केे कोरोना टीकाकरण की गारंटी करें।